देहरादून में बढ़ती हिंसा और अपराधिकता को लेकर लोगों का आक्रोश दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इस चिंता को ध्यान में रखते हुए, आज देहरादून बंद के आह्वान का एलान किया गया। लोगों ने सड़कों पर उतरकर अपने विरोध का इजहार किया और बताया कि ऐसी हिंसा के खिलाफ सामूहिक रूप से आवाज उठाने की जरूरत है।
इस आंदोलन में राजनीतिक दलों, समाजिक संगठनों, व्यापारियों, और नागरिकों का सहयोग मिला है। साथ ही, मीडिया और पत्रकारों ने भी इस मुहिम को प्रोत्साहित किया है। इस संघर्ष में सभी नागरिकों ने मिलकर अपराधिकता के खिलाफ एक मजबूत संदेश दिया है।
दिवंगत दीपक बडोला के गोलीकांड मामले में लोगों का आक्रोश निरंतर बढ़ता जा रहा है। उनकी पत्नी ने सरकार से अपील की है कि उन्हें स्थायी नौकरी, एक करोड़ रुपये का मुआवजा, और घायलों का मुफ्त इलाज मिलना चाहिए। इसके साथ ही, 20-20 लाख रुपये का मुआवजा भी मांगा जा रहा है।
साथ ही, गोलीकांड मामले की त्वरित जांच के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले को सुनने की मांग की जा रही है।