उत्‍तराखंड

लोकसभा चुनाव 2023: उत्तराखंड की ये लोकसभा सीट बनी बीजेपी के लिए गले की फांस, दावेदारों की लंबी फेहरिस्त

0
सांकेतिक फोटो

मिशन 2024 फतह करने के लिए उत्तराखंड में बीजेपी जोर शोर से तैयारी कर रही है. बीजेपी कार्यकर्ताओं को टास्क दे दिया गया है. लेकिन पौड़ी लोकसभा सीट बीजेपी के लिए गले की फांस बन गई है. सीट पर दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है. वर्तमान सांसद तीरथ सिंह रावत दोबारा चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं.

तीरथ सिंह रावत को विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री पद से हटाया गया था. उनकी जगह पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री की कमान सौंपी गई थी. अब वो एक बार फिर पौड़ी से ताल ठोंकने के मूड में हैं. राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का नाम भी सामने आ रहा है. उनका कार्यकाल जल्द समाप्त होने वाला है. जिन्हें बीजेपी पौड़ी से लोकसभा का टिकट दे सकती है.

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी दावेदारी पेश कर चुके हैं. मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी भी प्रत्याशियों की दौड़ में शामिल हैं. सतपाल महाराज भी पौड़ी से किस्मत आजमाना चाहते हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल का नाम भी सामने आ रहा है. लोकसभा चुनाव से पहले पौड़ी वीआईपी सीट बनकर उभरी है. दावेदारों की लंबी फेहरिस्त से बीजेपी असमंजस में है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की योजना तीरथ सिंह रावत का टिकट काटकर कांग्रेस में सेंधमारी की है.

पौड़ी लोकसभा सीट पर कांग्रेस दो बार से पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी पर दांव लगाती आ रही है. इस बार के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस मनीष खंडूरी को उम्मीदवार बना सकती है. तीसरी बार मनीष खंडूरी के कांग्रेस प्रत्याशी बनने पर बीजेपी बड़ा दांव चल सकती है. मनीष खंडूरी की सगी बहन रितु खंडूरी भाई के सामने ताल ठोंक सकती हैं. बता दें कि उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर वर्तमान में बीजेपी का कब्जा है. ऐसे में बीजेपी एक बार फिर पांचों सीटों पर कमल खिलाना चाहेगी. जीत के लिए पार्टी कुछ सांसदों का पत्ता काटकर नए चेहरों को मौका दे सकती है.



Exit mobile version