चमोली| गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN)ने जोशीमठ के मनोहर बाग वॉर्ड मे निरंतर बढ़ रहे भू-धंसाव को देखते हुए ने बड़ा फैसला लिया है. जीएमवीएन ने जिला प्रशासन के सुझाव पर औली रोपवे के संचालन को बंद करने का निर्णय लिया है. इसे लेकर अपर जिलाधिकारी अभिषेक त्रिपाठी ने आदेश जारी कर दिए हैं. अब औली जाने वाले सैलानियों को सड़क मार्ग से ही औली पहुंचना होगा.
गौरतलब है कि रोपवे टावर नंबर एक से लगी भूमि भी निरंतर भू-धंसाव की चपेट में आ रही है. पूर्व में लोगों की सुरक्षा के दृष्टि से नगर पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर तत्काल रोपवे का संचालन बंद करने का आग्रह किया था. बुधवार को अपर जिलाधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने मनोहर बाग के स्थलीय निरीक्षण किया.
इस दौरान उन्होंने रोपवे के टावर नंबर एक का भी निरीक्षण किया. जिसके बाद उन्होंने गढ़वाल मंडल विकास निगम के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर पर्यटकों व स्थानीय निवासियों की सुरक्षा के लिए रोप वे का संचालन बंद करने का सुझाव दिया. जिसके बाद निगम प्रशासन ने रोप वे संचालन को बंद करने का निर्णय लिया है.
बता दें भू-धंसाव के कारण करीब 550 से ज्यादा घरों में दरारें आई हैं, जिसकी वजह से स्थानीय लोग सड़कों पर हैं. उधर शासन ने स्थानीय लोगों से विस्थापन को लेकर सुझाव मांगे हैं. जिलाधिकारी चमोली इस मामले में लगातार शासन को रिपोर्ट भेज रहे हैं. इसी के आधार पर जोशीमठ में आगामी कार्यों की रुपरेखा भी तय की जा रही है.
जोशीमठ शहर पर बढ़ते खतरे को देखते हुए खुद आपदा सचिव रणजीत सिन्हा विशेषज्ञों की टीम लेकर जोशीमठ पहुंच रहे हैं. तय कार्यक्रम के अनुसार रंजीत सिन्हा गुरुवार को 2 दिन के लिए विशेषज्ञों के साथ जोशीमठ में ही ठहरेंगे. इस दौरान विभिन्न संस्थानों से जुड़े वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जोशीमठ शहर में भू-धंसाव को लेकर अध्ययन करेंगे.