उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी में हुई हिंसा को लेकर लगातार बड़े अपडेट सामने आ रहे हैं. इस हिंसा के बाद खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अलर्ट मोड में हैं. उन्होंने स्कूल-कॉलेज बंद करने के साथ ही इलाके में कर्फ्यू का भी ऐलान कर दिया है.
वहीं पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अब तक इस घटना में 100 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. यही नहीं इन घायलों में हल्द्वानी के एसडीएम भी शामिल हैं. वहीं इस बीच इस हिंसक घटना को लेकर नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने इस हिंसा को लेकर बड़ी साजिश का भी खुलासा किया है.
हल्द्वानी के बनभूलापुरा में हुई हिंसा को लेकर नैनीताल की डीएम वंदना सिंह का बड़ा बयान सामने आया है. डीएम ने इस हिंसक घटना और आगजनी के बाद शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने घटना को लेकर चौंकाने वाले खुलासे भी किए.
वंदना सिंह की मानें तो हाई कोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी में जगह-जगह अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई थी. इसको लेकर नोटिस भी समय रहते दे दिए गए थे. बावजूद इसके उपद्रवियों ने हमला कर इसे हिंसक रूप दे दिया.
डीएम वंदना सिंह ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि दंगाइयों ने पहले से ही हमले की योजना बना रखी थी. इनका प्लान था कि जिस दिन भी डिमोलिशन की कार्रवाई होगी उस दिन अमले पर हमला किया जाएगा. हालांकि हमने पत्थर वाली भीड़ को तो तितर-बितर कर दिया, लेकिन दूसरी भीड़ आई उसके पास पेट्रोल बम थे जिससे उन्होंने आगजनी को अंजाम दिया और उनका मकसद पुलिसबल को निशाना बनाना था. उनको चोट पहुंचाने का था.
पुलिस वालों को जलाने की थी साजिश
नैनाताल डीएम की मानें तो दंगाइयों ने पहले से ही योजना बना रखी थी कि वह पुलिसकर्मियों को टारगेट करेंगे. यही नहीं उन्होंने पेट्रोल बम के जरिए पुलिसकर्मियों को जलाने की भी कोशिश की थी. थाने के बाहर वाहनों में आग लगा दी गई थी, जिससे निकले धुएं की वजह से कई लोगों का दम घुटने लगा था. पुलिस थाने की सुरक्षा के लिए ही आंसू गैस और पानी की बौछारों का प्रयोग कर रही थी, लेकिन तब तक आग बहुत ज्याजा फैल चुकी थी.