नैनीताल| बिंदुखत्ता निवासी एनएसजी कमांडो की दिल्ली में संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई. मृतक का पार्थिव शरीर आधी रात बाद पहुंचने की संभावना बताई जा रही है. आज गुरुवार को सैनिक का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
बिंदुखत्ता के खैरानी नंबर दो निवासी तीस वर्षीय एनएसजी कमांडो नरेंद्र सिंह भंडारी विगत 10 वर्षों से कुमाऊं रेजीमेंट अंतर्गत एनएसजी कमांडो के रूप में सेवारत थे. उनके पिता स्व गोपाल सिंह भंडारी भी पूर्व सैनिक रहे जिनका दो वर्ष पूर्व निधन हो गया था. नरेंद्र भंडारी के बड़े भाई यशवंत सिंह भंडारी बिंदुखत्ता में किसान है और मझले भाई माधो सिंह रेलवे में लोको पायलट के पद पर कार्यरत हैं. उनकी छोटी बहन हीरा भंडारी तथा मां माधवी देवी सहित पूरा परिवार बेसुध है.
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार विगत शाम लगभग 7 बजे दिल्ली में संदिग्ध परिस्थितियों में फायर ड्रिल के दौरान गोली लगने से सम्भवतः उनकी मौत हुई है. एनएसजी दस्ता नरेंद्र के पार्थिव शरीर को दिल्ली से उसके घर लाने की तैयारी में लगा हुआ है. इससे पूर्व वह कुमाऊं रेजीमेंट अंतर्गत जम्मू कश्मीर में अपनी सेवाएं दे रहे थे. आगामी 19 नवंबर को नरेंद्र की शादी होनी थी.
उनकी शादी लोहाघाट निवासी युवती से तय हुई थी. जिसके कार्ड भी बट चुके है बताया जा रहा है कि आधी रात बाद नरेंद्र का पार्थिव शरीर घर पहुंचेगा. आज गुरुवार को पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ नरेंद्र की अंत्येष्टि की जाएगी.
बताया जा रहा है कि नरेंद्र की मरने से एक घंटा पूर्व अपने परिजनों से शादी की तैयारी को लेकर विस्तृत बातचीत हुई तथा इसके बाद उसकी उसके दोस्तों से भी बात की थी लेकिन इस दौरान गोली लगने से नरेंद्र की मौत की घटना को लेकर परिवार में भी संशय बना हुआ है.