आइए आज आपको धार्मिक नगरी हरिद्वार लिए चलते हैं. हरिद्वार का नाम आते ही करोड़ों की आस्था से जुड़ी हर की पैड़ी स्थित गंगा का कलकल बहता पानी लाखों श्रद्धालुओं का मन मोह लेता है. हम बात भले ही हरिद्वार की कर रहे हैं लेकिन चर्चा उस शख्स होगी जिनकी पहचान भी इसी शहर से हुई है. यही नहीं वर्ष 2014 में केंद्र की सत्ता में भाजपा सरकार आने के बाद उनकी पांचों उंगली घी में है. यानी उनका व्यापार देश और विदेशों में खूब फल फूल रहा है.
जी हां सही पहचाना आपने, वो हैं पतंजलि के मुखिया बाबा रामदेव. पिछले 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास के अवसर पर भाजपा सरकार में उन्हें विशेष अतिथि के रूप में सादर आमंत्रित किया था. यहां हम आपको बता दें कि बाबा रामदेव मोदी सरकार की ‘गुड लिस्ट’ में शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोरोना संकटकाल में देशवासियों से स्वदेशी अपनाने के किए गए आव्हान का सबसे बड़ा फायदा योग गुरु को ही हुआ है. उनकी कंपनी पतंजलि के उत्पादों का बाजारों में अच्छा खासा कब्जा हो चुका है. पतंजलि के बढ़ते बाजार से उत्साहित बाबा रामदेव ने आईपीएल में भी बड़ा दांव लगाने की तैयारी कर ली है. आईपीएल को प्रायोजक करने वाली ‘चाइनीज कंपनी वीवो’ ने पिछले दिनों भारत और चीन से तनातनी के चलते अपना नाता तोड़ लिया है.
यानी अब योग गुरु आईपीएल में अपनी आयुर्वेद कंपनी पतंजलि को मुख्य प्रायोजक यानी (स्पॉन्सरशिप) लेने के लिए केंद्र सरकार से साठगांठ करने में लगे हुए हैं. बता देगी इंडियन प्रीमियर लीग 2020 के टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए बीसीसीआई की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी है. आईपीएल की स्पॉन्सरशिप लेने के लिए पतंजलि भी इस दौड़़ में शामिल हो गई है. पतंजलि की ओर से इस बात की पुष्टि भी कर दी गई है. रामदेव को यह आईपीएल की स्पॉन्सरशिप मिलती है तो जाहिर है उनकी कंपनी पतंजलि इंटरनेशनल ब्रांड के रूप में दुनिया भर में उभरेगी.
पतंजलि के अलावा कई कंपनी आईपीएल की स्पॉन्सरशिप लेने की दौड़ में
आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप लेने के लिए आयुर्वेद पतंजलि के अलावा भी कई कंपनी रेस में है. अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, ई-लर्निंग कंपनी बायजू की दावेदारी इसलिए मजबूत क्योंकि बायजू पहले से भारतीय क्रिकेट टीम का आधिकारिक स्पांसर है. दूसरी ओर इस रेस में मुकेश अंबानी की रिलायंस कंपनी जियो भी शामिल है. टेलीकॉम सेक्टर से सबसे ज्यादा मजबूत दावेदारी जियो की भी है. वह ऐसा ब्रांड है, जो आठों टीम से जुड़ा है.
बीसीसीआई ने सोमवार को कोरोना वायरस की वजह से यूएई में होने वाले आईपीएल 2020 के टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए कंपनियों को आमंत्रित किया है. गौरतलब है कि आईपीएल संयुक्त अरब अमीरात में 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच शारजाह, दुबई और अबुधाबी में खेला जाएगा और बोर्ड को इसका आयोजन संयुक्त अरब अमीरात में कराने के लिए केंद्र सरकार से औपचारिक मंजूरी भी मिल गई है. अगर सब कुछ सही रहा तो नए आईपीएल टाइटल प्रायोजक की घोषणा 18 अगस्त तक हो सकती है . पतंजलि को अगर आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सर मिलती है तो आईपीएल से ज्यादा बाबा रामदेव के लिए फायदे का सौदा हो सकता है. देश में अभी चीन के विरोध का मामला गर्म है और इससे पतंजलि को काफी फायदा हो सकता है. वहीं पतंजलि के स्पॉन्सरशिप लेने से राष्ट्रवादी सोच की धारणा भी है.
पहले बाबा रामदेव ने आईपीएल को एक गंदा और भ्रष्ट खेल करार दिया था
आपको बता दें कि पतंजलि मुखिया बाबा रामदेव अभी तक आईपीएल खेल की जबरदस्त आलोचना करते रहे हैं. वे आईपीएल को भारतीय संस्कृति के खिलाफ बता चुके हैं. रामदेव ने कहा था कि चीयरलीडर्स के चलते यह खेल अश्लील हो गया है. उन्होंने कहा था कि देश में जुआ और सट्टा बाजार बढ़ रहा है. योग गुरु ने कहा था कि इस आईपीएल खेल के सहारे भारी मात्रा में कालाधन इसमें निवेश किया जा रहा है, इसलिए यह अब काला खेल है.
लेकिन अब योग गुरु बाबा रामदेव की सोच में आईपीएल को लेकर बदलाव देखा जा रहा है. इसके पीछे महत्वपूर्ण वजह यह भी है कि अभी तक पतंजलि केवल राष्ट्रवादी ब्रांड बन कर भारत में उभरा है. वे अपनी आयुर्वेद कंपनी पतंजलि को बहुराष्ट्रीय कंपनी नहीं बना पाए हैं. आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप से पतंजलि को यूनिवर्सल ब्रांड बनने में मदद मिल सकती है. बाबा रामदेव के आईपीएल में दिलचस्पी दिखाना यह बताता है कि वह अब अपने पूर्व बयानों से भी पलट चुके हैं.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार