बुधवार को भवाली के सातताल और फरसौली के जंगल में आग लगने से वन संपदा को नुकसान पहुंचा है। फरसौली में पूर्व ग्राम प्रधान संजीव भगत ने बताया कि जंगल की आग आबादी की ओर पहुंच गई। स्थानीय लोगों और फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने में लगी रही।
इस दुर्घटना ने वन्यजीवों के निवास स्थल को खतरे में डाल दिया है, जिससे प्राकृतिक संतुलन पर असर पड़ सकता है। निर्धारित प्रक्रिया के तहत जल्दी से आग को नियंत्रित किया जाना चाहिए ताकि जंगली जीवों और पर्यावरण को होने वाले हानि को कम से कम रखा जा सके।
गर्मियों के तापमान के साथ-साथ जंगलों में आग की भयानक चपेट महसूस हो रही है। वनाग्नि के इस सिलसिले में पिछले 24 घंटों में प्रदेश में 31 घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिसमें कुमाऊं मंडल में 18 और गढ़वाल मंडल में 18 घटनाएं शामिल हैं। इनमें से दो घटनाएं वन्यजीव क्षेत्र में हुई हैं। ये आग के दहन से 38 हेक्टेअर क्षेत्रफल में वन संपदा को नुकसान पहुंचाने के लिए मानव की लापरवाही का परिणाम है।