उत्तरकाशी के पुरोला इलाके में हाल ही में मस्जिद विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. मामले की शुरुआत तब हुई जब एक मस्जिद के निर्माण को लेकर स्थानीय लोग विरोध करने लगे. विवाद बढ़ते-बढ़ते इसने हिंसक रूप धारण कर लिया, और स्थिति तनावपूर्ण हो गई.
उत्तरकाशी प्रशासन ने इलाके में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है. वहीं, दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने और विवाद को बातचीत के माध्यम से हल करने की अपील की गई है.
इस मामले को लेकर कई संगठनों ने अपने-अपने बयान दिए हैं और यह स्थानीय समुदायों के बीच संवेदनशील मुद्दा बन गया है. प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और आवश्यक कदम उठा रहा है ताकि शांति स्थापित की जा सके.पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए पथराव और लाठीचार्ज की घटनाओं में आठ पुलिसकर्मी सहित 27 लोग घायल हो गए हैं. तनाव के चलते प्रशासन ने बीएनएस की धारा 163 लगा दी गई है.
मामले में उत्तरकाशी के एसपी अमित श्रीवास्तव ने कहा कि गुरुवार को सनातन धर्म रक्षक दल की रैली आयोजित की गई थी. प्रशासन ने इसकी इजाजत भी दी थी. रैली का समय और रूट भी तय था. लेकिन उन्होंने तय रूट की बजाए दूसरे रूट से जाने की जिद कर दी. पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. इस वजह से पुलिस मे भी हल्के बल का प्रयोग किया और भीड़ को तितर-बितर पर दिया.
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस-प्रशासन ने कार्रवाई की है. डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिले में धारा 163 लागू कर दी है. इसके तहत अब जिले में पांच या पांच से अधिक लोग इक्ट्ठे नहीं हो सकते हैं. धारा 163 के उल्लंघन पर कार्रवाई की जाएगी.