उत्तराखंड में जंगल की जमीन से धार्मिक अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया जारी है। बता दे कि सोमवार को लैंसडोन वन प्रभाग ने कोटद्वार रेंज के अंतर्गत गिवायिस्रोत की आरक्षित वन भूमि पर करीब 60 वर्ष पुरानी मजार को ध्वस्त किया।
बता दें कि विगत 18 वर्षों से मोहम्मद हनीफ यहां पीर बाबा गयासुदीन औलाये करीम शाह की मजार की देखभाल कर रहा था।
इसी के साथ सरकारी संपत्ति पर धार्मिक स्थल तोड़ने के विरोध में कांग्रेस के विधायक डीएम से मिले। यहां उन्होंने धार्मिक स्थल तोड़ने पर विरोध जताया।
हालांकि देहरादून के रानीपोखरी में घमंडपुर मार्ग पर 2005- 06 में बनी पक्की बड़ी मजार पर भी सिंचाई विभाग ने जेसीबी चलाई। पुलिस प्रशासन व संबंधित अधिकारी भी मौजूद रहे।