देहरादून| हालिया विधानसभा चुनावों में तीन हिंदी भाषी राज्यों में करारी हार के बाद कांग्रेस आलाकमान ने संगठन में बड़े पैमाने पर पत्ते फेरे हैं. जिसके तहत कांग्रेस महासचिव और छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी शैलजा को उत्तराखंड का प्रभारी बनाया गया है. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों के टिकटों को बेचने के गंभीर आरोप कुमारी शैलजा पर लगे थे.
कांग्रेस आलाकमान पर लगातार बढ़ते दवाब के बाद शैलजा को छत्तीसगढ़ से हटाकर उत्तराखंड भेजने का फैसला किया गया है. हालांकि उत्तराखंड के कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव भी पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों के बाद विवादों घिर गए थे. वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह की अगुवाई वाला गुट देवेंद्र यादव का खुलेआम विरोध करता रहा.
उत्तराखंड में भी कांग्रेस लगातार गुटबाजी से जूझ रही है. अब जब देवेंद्र यादव की विदाई हो चुकी है, तो ऐसे में सवाल ये है कि विवादों में घिरी रहीं कुमारी शैलजा क्या उत्तराखंड में कांग्रेस के सभी धड़ों को एकजुट कर पाएंगी. मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रहीं कुमारी शैलजा हरियाणा से आती हैं. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ उनका मनमुटाव जगजाहिर है.
उत्तराखंड कांग्रेस के कई नेता मानते हैं कि कांग्रेस आलाकमान की करीबी शैलजा को उत्तराखंड में एडजस्ट भर किया गया है. वो पहाड़ में कितना समय दे पाएंगी या कांग्रेस को संजीवनी दे पाएंगी, ये बड़ा सवाल है. बहरहाल शैलजा की नियुक्ति से प्रीतम सिंह गुट जरूर खुश है.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले शनिवार को अपने राष्ट्रीय संगठन में बड़ा फेरदबदल करते हुए 12 महासचिवों की नियुक्ति की. जिनमें प्रियंका गांधी वाड्रा और सचिन पायलट समेत कई प्रमुख नेता शामिल हैं. प्रियंका गांधी के स्थान पर पार्टी महासचिव अविनाश पांडे को उत्तर प्रदेश का नया प्रभारी नियुक्त किया गया है. इससे पहले पांडे झारखंड का प्रभार देख रहे थे.
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की नई टीम में प्रियंका गांधी बतौर महासचिव बरकरार हैं. हालांकि उन्हें फिलहाल किसी प्रदेश का प्रभार या कोई अन्य जिम्मेदारी नहीं दी गई है. वह पिछले करीब पांच वर्षों से उत्तर प्रदेश की प्रभारी की भूमिका निभा रही थीं.
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट पहली बार कांग्रेस महासचिव बने हैं. उन्हें छत्तीसगढ़ का प्रभार सौंपा गया है. अब तक महासचिव कुमारी शैलजा छत्तीसगढ़ प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रही थीं. अब उन्हें उत्तराखंड का प्रभार सौंपा गया है. खड़गे ने अपनी टीम में बदलाव करते हुए चार नए महासचिव नियुक्त किए हैं. इनमें पायलट के अलावा दीपा दासमुंशी, गुलाम अहमद मीर और दीपक बाबरिया शामिल हैं. इन चारों नेताओं में बाबरिया पहले महासचिव रह चुके हैं.