सोमवार को मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने छतरपुर के बागेश्वर धाम जाकर हनुमान जी के दर्शन किए. उन्होंने बंद कमरे में धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से दो मिनट मुलाकात भी की. कुछ कांग्रेस नेता भी मिलना चाहते थे, लेकिन कमलनाथ ने बाहर ही रुकवा दिया.
पत्रकारों से चर्चा में कहा कि हम तो हनुमान जी के दर्शन करने आए हैं. मैंने छिंदवाड़ा में सबसे बड़ा हनुमान मंदिर बनवाया है. 101 फीट ऊंची प्रतिमा लगी है वहां. यहां मैंने प्रार्थना की है कि मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित रहे. प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना की.
पिछले कुछ समय से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री चर्चा में हैं और सुर्खियां बने हुए हैं. नागपुर में अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के पदाधिकारियों से चमत्कारों को लेकर हुई तकरार के बाद विवादों में भी घिर गए थे. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कुछ लोगों का धर्मांतरण कर चर्चा में आए थे. ऐसे में कमलनाथ का बागेश्वर धाम पहुंचना एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम है.
उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव भी थे और दोनों नेताओं ने बालाजी के दरबार में पूजा-अर्चना की. पिछले दिनों जब धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का मामला गरमाया था, तब प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पर अविश्वास जताया था. कुछ ने तो ढोंगी और पाखंडी तक कह दिया था. ऐसे में कमलनाथ का बागेश्वर धाम पहुंचना डैमेज कंट्रोल की कोशिश बताया जा रहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सुबह 11 बजे बागेश्वर धाम पहुंचे। वहां भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना की. उसके बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से बंद कमरे में मुलाकात की. काफी देर तक बागेश्वर धाम में रुकने के बाद कमलनाथ वहां से पन्ना के लिए रवाना हो गए. कमलनाथ ने बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर में माथा टेककर इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार की अनौपचारिक शुरुआत कर दी. दर्शन करने के बाद पन्ना जिले में एक सभा को संबोधित करने निकल गए.
‘मैं अभी बागेश्वर धाम से आ रहा हूं. मैं हनुमान भक्त हूं. भगवान बजरंग बली को प्रणाम करने गया था. महाराज जी से भी मुलाकात हुई. मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित रहे, ऐसी मैंने भगवान बजरंगबली से प्रार्थना की. मैंने प्रदेश का सबसे बड़ा हनुमान मंदिर छिंदवाड़ा जिले में बनवाया है. मेरी दिली इच्छा थी कि मैं अजयगढ़ आने के पहले भगवान बजरंग बली के चरणों में प्रणाम करता हुआ आऊं.’
बागेश्वर धाम में पत्रकारों ने सवाल पूछा कि बागेश्वर धाम के महाराज हिंदू राष्ट्र की मांग करते हैं। इस पर कमलनाथ ने कहा कि भारत अपने संविधान के अनुसार चलता है। बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान बनाया था। बाबा साहब ने सबके लिए संविधान लिखा है और देश उसी से चलेगा|
सोमवार से ही बागेश्वर धाम में बड़ा धार्मिक आयोजन शुरू हुआ है. इसमें देशभर से संत समाज के सदस्य जुट रहे हैं. इस दौरान 21 कथावाचक और भजन मंडलियों के भी यहां पहुंचने का कार्यक्रम है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस धार्मिक जलसे में भाग ले सकते हैं.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और क्षेत्र के सांसद वीडी शर्मा ने कमलनाथ का बागेश्वर धाम पहुंचने का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास, धर्म और धर्मगुरु को कांग्रेस नेतृत्व द्वारा स्वीकारोक्ति देना… अच्छी बात है. कमलनाथ जी आप लोगों की और आपके दल की दोगली प्रवृत्ति है. आपके नेता प्रतिपक्ष गोविन्द सिंह ने किस प्रकार से बागेश्वर धाम पर आक्रमण किए. तो क्या इसके लिए कमलनाथ जी नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह से मांफी मांगने को कहेंगे या उनकी अभद्र भाषा के लिए खुद माफी मांगेंगे?