कैंची धाम में श्रद्धालुओं की संख्या हर साल तेजी से बढ़ रही है, और बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन के लिए देश-विदेश से भक्तों का तांता लगा रहता है। हालांकि, इस बढ़ती भीड़ के मुकाबले सुविधाओं का विस्तार नहीं हो पा रहा है, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आए दिन भीड़ और जाम की स्थिति पैदा हो जाती है, खासकर मई महीने से ही भीमताल से भवाली के बीच का मार्ग अव्यवस्थित होने लगता है। 15 जून को आयोजित होने वाले कैंची मेले के दौरान तो स्थिति और भी विकट हो जाती है।
इसके बावजूद भी प्रशासनिक तंत्र अब तक यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए कोई प्रभावी समाधान प्रस्तुत नहीं कर पाया है।
हर वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या का दर
- 2018 : 70 से 80 हजार
- 2019 : 80 से एक लाख
- 2020 : एक से सवा लाख
- 2021 और 2022 : कोरोना के चलते कैंची मेला नहीं लग पाया
- 2023 : डेढ़ लाख
- 2024 : ढाई लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की है संभावना