प्रसिद्ध गर्जिया माता मंदिर के परिसर में शुरुआती जांच में कल लगी आग का कारण मंदिर के टीले से जलती हुई धूपबत्ती के गिरने से माना जा रहा है। आग में 35 से अधिक झोपड़ीनुमा दुकानें जलकर राख हो गईं। इससे दुकानदारों को 20 से 22 लाख का नुकसान हुआ है। चैत्र नवरात्रि शुरू होने से पहले दुकानदारों ने लाखों रुपये का सामान रखा हुआ है|
सोमवार को दोपहर डेढ़ बजे के आसपास मंदिर के टीले से एक जलती हुई धूपबत्ती, झोपड़ीनुमा दुकान की छप्पर पर बंधी चुनरी में गिर गई। तेज हवा के चलने से चुनरी में आग सुलग गई, और उसने विकराल रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते करीब 100 दुकानों में से 35 से अधिक झोपड़ीनुमा दुकानों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। आग से दुकानों में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया, जिससे दुकानदारों को करीब 20 से 22 लाख का नुकसान हुआ है।
जैसे कि आज मंगलवार से चैत्र नवरात्र शुरू हो रहे हैं। ऐसे में दुकानदारों ने अपनी दुकान में नारियल, चुनरी, प्रसाद, कोल्डड्रिंक और पानी की बोतल सहित पेयजल के उत्पाद रखे थे। वहीं दमकल की गाड़ी पहुंचने से पहले ही स्थानी दुकानदारों ने आग को बुझा लिया। बाद में मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ी ने एक दो दुकानों में जल रही आग को बुझाया।