चारधाम यात्रा का आयोजन 10 मई से हो रहा है, जिसमें रुद्रप्रयाग के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का मौका भी है। इस बार बधाणीताल नामक स्थान भी एक महत्वपूर्ण स्थल के रूप में उभरा है। यहां की खूबसूरत ताल ने अपने धार्मिक अहमियत के साथ-साथ पर्यटकों को भी मोहित कर दिया है।
बधाणीताल में रंग-बिरंगी मछलियों का जीवन अपनी अनोखी पहचान बना रहा है, जो आने वाले पर्यटकों का ध्यान खींचता है। जखोली ब्लॉक के बांगर पट्टी के ग्राम पंचायत बधाणी में स्थित प्राकृतिक बधाणीताल प्रकृति की खूबसूरत नेमतों में एक है।
वर्षभर साफ पानी से लबालब रहने वाला यह ताल अब रुद्रप्रयाग जिले का इको पर्यटन का केंद्र भी बनने जा रहा है। समुद्रतल से 2100 मीटर ऊंचाई पर स्थित बधाणीताल का विशेष धार्मिक महत्व है। मान्यता है कि इस ताल की उत्पत्ति भगवान विष्णु द्वारा अपनी नाभि से जलधारा निकालने से हुई है। प्रकृति के अनुपम सौंदर्य को संजोए यह ताल लगभग 300 मीटर की गोल परिधि में फैला हुआ है। मई-जून में भी इस ताल का जलस्तर पर बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है।