उत्तराखंड में 2 दिनों से लगातार जारी मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. बारिश और भूस्खलन की वजह से कई राजमार्ग बंद है. जिसकी वजह से आवाजाही भी बंद है. पहाड़ों से लेकर मैदान तक सड़कों पर बारिश और मलबा बिखरा पड़ा हुआ है. जिसकी वजह से चार धाम तीर्थयात्री भी फंसे हुए हैं.
लगातार बारिश के कारण ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सिरोबगड़ तो केदारनाथ हाईवे भटवाड़ीसैंण में बंद हो गया है. सिरोबगड़ में भारी भूस्खलन हुआ है. दोनों हाईवे बंद होने से चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों की दिक्कतें बढ़ गई हैं. बारिश के बाद ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सिरोबगड़ में बंद हो गया है, जबकि केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भटवाड़ीसैंण में बंद हो गया है.
इन स्थानों पर पहाड़ी से लगातार मलबा गिर रहा है. जिसके कारण सुबह से ही आवाजाही प्रभावित है. चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्री जगह-जगह फंसे हैं. बारिश और भूस्खलन के कारण हाईवे को खोलने में भी दिक्कतें आ रही हैं. वहीं, बारिश के कारण तिलवाड़ा-मयाली-घनसाली मोटरमार्ग पालाकुराली में बंद हो गया है. मानसून और प्राकृतिक आपदा को देखते हुए धामी सरकार ने राज्य में सरकारी अधिकारियों की 3 महीने तक छुट्टी रद कर दी है.
इसके लिए राज्य के मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने आदेश भी जारी कर दिए हैं. मौसम विभाग ने बुधवार को उत्तराखंड के पांच जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है. इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
आज सुबह राजधानी देहरादून में झमाझम बारिश हुई. जिसकी वजह से सड़कों पर पानी जमा हो गया. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत के कुछ स्थानों पर बुहत भारी बारिश हो सकती है. वहीं रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं भारी बारिश होने की संभावना है.