उत्तराखंड स्थित ऋषिकेश में अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में एक्शन लगातार जारी है. पहले पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए जांच के बाद 24 घंटे के अंदर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.
जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर एसआईटी (SIT) का गठन कर जांच के आदेश दे दिए गए. अब बताया जाता जा रहा है कि पुलकित आर्य के भाई अंकित आर्य को पिछड़ा आयोग से हटा दिया गया है. इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए गए है
बता दे अंकित आर्य 7 जनवरी 2022 को धामी सरकार में ही समाज कल्याण विभाग द्वारा उत्तराखंड पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष के पद पर हैं. पिता के बीजेपी से जुड़े होने के कारण पार्टी पर इस केस का भारी दबाव है. रविवार की सुबह ही रिसॉर्ट पर बुलडोजर चलने के बाद अब परिवार से सरकार में ओहदा प्राप्त लोगों पर गाज गिरने की तैयारी शुरू हो गई है.
दरअसल, अंकिता भंडारी पुलकित आर्य के रिसॉर्ट में काम करती थी. अंकिता भंडारी बीते पांच दिनों से लापता थी. लेकिन शव मिलने के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला की उसकी हत्या हुई है. जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई और 24 घंटे के अंदर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और उन्हें जेल भेंज दिया गया है.
वहीं इस केस में मुख्य आरोपी पुलकित आर्य है, जो बीजेपी नेता विनोद आर्य का बेटा है. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि उन्होंने अंकिता भंडारी को सुनसान जगह पर ले जाकर शराब पिलाई और उसके बाद शराब के नशे में हत्या कर उसका शव नहर में फेंक दिया.