विकास और झूठे दावों की आड़ में देवभूमि में जो भ्रष्टाचार और लापरवाही का खेल चल रहा है उससे पहाड़ों की किस्मत को देखकर दुख होता है. यहां घटिया क्वालिटी के माल का प्रयोग कर चकाचक पुल-सड़कें तो बन जाती हैं मगर कुछ ही समय के बाद उनकी असलियत सामने आ जाती है. आरको बता दें कि चमोली के कर्णप्रयाग में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. यहां ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग 109K पर बादामगढ़ के पास 6 महीने पहले हुआ बना पुल क्षतिग्रस्त होने लगा है. 6 महीने पहले इसी पुल का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था. पुल का सरिया बाहर आने लगा है.
पुल का निर्माण सीमा सड़क संगठन के कमान अधिकारी गौचर एमके सिंह के नेतृत्व में किया गया था. बीआरओ ने पुल का निर्माण कार्य BCC को दिया था, जोकि BRO का ही एक पार्ट है. लेकिन महज 6 महीने बाद ही पुल निर्माण के नाम पर हुई बेईमानी बाहर आ गई. इससे कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है.