उधमसिंह नगर जिले की पुलिस ने फर्जी मार्कशीट और डिप्लोमा बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य सरगना भागने में कामयाब हो गया. बाद में पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. साथ ही फरार सरगना की तलाश पुलिस ने शुरू कर दी है.
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि गुरुवार रात एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल की अगुवाई में मेट्रोपोलिस सिटी कॉलोनी में सत्यापन अभियान चलाया गया था. इस दौरान टावर नंबर एच-09 के फ्लैट नंबर दो में चेकिंग शुरू की गई तो वहां मौजूद दो युवक भागने का प्रयास करने लगे.
इस पर पुलिस कर्मियों ने उन्हें दबोच लिया. पकड़े गए युवकों ने अपना नाम चूनाभट्टा, बनबसा चम्पावत निवासी गौरव चंद पुत्र जनक बहादुर और राजीवनगर डोइवाला देहरादून निवासी अजय कुमार पुत्र धर्मेंद्र कुमार बताया.
युवकों ने बताया कि वे लोग आवास विकास स्थित कीरत ट्रेडिंग कंपनी के स्वामी नवदीप सिंह भाटिया उर्फ पवन और उसके साथियों के साथ मिलकर विलियम कैरी यूनिवर्सिटी शिलांग मेघालय की फर्जी मार्कशीट, डिप्लोमा, माइग्रेशन, प्रोविजनल, ट्रांसक्रिप्ट सार्टिफिकेट तैयार करते हैं. नवदीप भाटिया गिरोह का सरगना है. उनके गिरोह में बनबसा के नितेश चंद और विलियम कैरी यूनिवर्सिटी शिलांग के विजय अग्रवाल और जितेंद्र उर्फ सुखपाल शर्मा भी शामिल हैं.
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि गिरफ्तार युवकों की निशानदेही पर पुलिस ने फ्लैट से तीन लैपटॉप, तीन प्रिंटर, चार स्मार्टफोन, वाई-फाई राउटर और अलग-अलग विवि की 17 मोहरें बरामद की.
उत्तराखंड में फर्जी मार्कशीट और डिप्लोमा बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो युवक गिरफ्तार
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