देहरादून पुलिस ने ऑल इंडिया स्तर पर आयोजित एम्स एमडी परीक्षा (इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट 2024) में नकल कराने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इन अभियुक्तों पर आरोप है कि परीक्षा केंद्रों से परीक्षार्थी प्रश्न पत्र की फोटो खींचकर टेलीग्राम के माध्यम से उन्हें भेज रहे थे, जिसके बाद ये लोग नकल की योजना को अंजाम दे रहे थे।
पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया और उनके पास से आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की है। इसके बाद आरोपी टेलीग्राम के माध्यम से अपने उत्तर भेज रहे थे।
पुलिस के अनुसार, इस नकल कराने के घोटाले में एम्स ऋषिकेश के दो डॉक्टर भी शामिल थे। अभियुक्त ने प्रत्येक अभ्यर्थी से एमडी की परीक्षा में पास कराने के लिए 50 लाख रुपये की राशि वसूली थी।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि परीक्षा केंद्रों में परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को अनुचित तरीकों से नकल कराई जा रही है। इस सूचना के आधार पर ऋषिकेश पुलिस और एसओजी देहात की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम ने रविवार देर रात बैराज रोड पर एक टाटा सफारी (संख्या DL3CW5412) में बैठे पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जो एम्स की एमडी परीक्षा में कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश के परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन और टैब के माध्यम से प्रश्न पत्रों के उत्तर अभ्यर्थियों को उपलब्ध करा रहे थे।
इन पांच व्यक्तियों के साथ दो डॉक्टर भी शामिल थे। पूछताछ के दौरान अभियुक्त अजीत ने खुलासा किया कि उसकी तीन लैब हैं, जिनके माध्यम से वह अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी परीक्षार्थियों को नकल कराने के बदले मोटी रकम वसूलता है।