उत्तराखंड के जंगलों में बीते साल के नवम्बर माह से अब तक 910 से अधिक वनाग्नि की घटनाएं सामने आई हैं. इसके कारण 1 हजार 144 हेक्टेयर से अधिक जंगल प्रभावित हुए हैं. इसके अलावा जंगलों में आग की चपेट में आने से अब तक 5 लोगों की मौत हुई है और 4 लोग झुलसकर घायल हुए हैं.
जंगल की आग बुझाने के लिए जहां शासन प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं अब शासन ने जंगल में आग लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली है.
देहरादून में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि अब जंगल में बार-बार आग लगाने वालों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया जाएगा. साथ ही वन संपदा को हुए नुकसान की भरपाई भी आग लगाने वालों से की जाएगी.
प्रदेश के जंगलों में बीते साल के नवम्बर माह से अब तक 910 से अधिक वनाग्नि की घटनाएं सामने आई हैं. इसके कारण 1 हजार 144 हेक्टेयर से अधिक जंगल प्रभावित हुए हैं. इसके अलावा जंगलों में आग की चपेट में आने से अबतक 5 लोगों की मौत हुई है और 4 लोग झुलसकर घायल हुए हैं.
वहीं मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि पौड़ी और अल्मोड़ा में आग बुझाने के लिए एनडीआरएफ की टीम उतारी गई है. वहीं, आग बुझाने के लिए पीएसी, होमगार्ड, पीआरडी के जवान भी तैनात किए जाएंगे. इसके लिए युवक और महिला मंगल दलों का भी सहयोग लिया जाएगा.
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि क्लाउड सीडिंग को लेकर आईआईटी रुड़की से बातचीत की जा रही है. वहीं, आग से बचे गांवों को पुरुस्कृत भी किया जाएगा.
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, जंगल में आग लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. अब तक 351 से ज्यादा मुकदमे हुए हैं. इसमें 61 को नामजद किया गया है, जबकि 290 मामले अज्ञात के खिलाफ दर्ज किए गए हैं.