देहरादून| शुक्रवार को जोशीमठ में भूं धसाव के मामले को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हाई लेवल मीटिंग हुई. बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी संबंधित अधिकारियों से जोशीमठ की स्थितियों की विस्तृत जानकारी ली.
मुख्य रूप से सचिव आपदा प्रबंधन, आयुक्त गढवाल मंडल और जिलाधिकारी से सीएम ने जोशीमठ की जानकारी ली. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तत्काल प्रभाव से सुरक्षित स्थान पर एक बड़ा अस्थाई पुनर्वास केंद्र बनाया जाए.
ताकि जोशीमठ शहर के लोगों को वहां पर शिफ्ट कराया जा सके. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जोशीमठ में सेक्टर और जोनल वार योजना बनाई जाए. इसके अलावा तत्काल डेंजर जोन को खाली करवाया जाए, ताकि कोई अनहोनी घटना न हो सके”
वहीं, सीएम धामी ने जोशीमठ में अविलंब आपदा कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए हैं. बैठक में मुख्य सचिव, सचिव आपदा प्रबंधन, सचिव सिंचाई, पुलिस महानिदेशक, आयुक्त गढ़वाल मंडल, पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ, जिलाधिकारी चमोली सहित अन्य अधिकारी मौजूद हैं. इसके अलावा एनडीआरएफ की एक टीम भी वहां भेजी गई है.
बैठक में सीएम धामी को अधिकारियों की तरफ से जानकारी दी गई है कि जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र में 600 से ज्यादा घरों में दरारे आई है. इसके अलावा अभीतक 38 परिवारों को अस्थाई रूप से सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया गया है.
क्षेत्र में कई इलाको में लगातार दरारे बढ़ रही है. ऐसे में जल्द ही बड़ी संख्या में जरुरतमद परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा. बेघर हुए परिवारों को चार हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाएगा, ताकि वो किराए पर सुरक्षित स्थानों में रह सके.
वहीं, एसडीआरएफ आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि जोशीमठ एसडीआरएफ को भी तैनात किया गया है. एसडीआरएफ के करीब 50 जवान पहले दर के तौर पर जोशीमठ में तैनात है. इसके साथ ही एसडीआरएफ की आसपास की चार पोस्टों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.
एक घंटे के अंदर सभी जवान राहत और बचाव कार्य में जुट जाएंगे. जोशीमठ में करीब डेढ़ सौ एसडीआरएफ के जवान किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर रखे गए हैं.