केदारधाम के रक्षक भगवान भैरवनाथ के कपाट मंगलवार को वैदिक मंत्रोचार और परम्परा के साथ बंद कर दिए गए.
अपराह्न 1 बजे से कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हुई। आचार्य औंकार शुक्ला द्वारा पूजा-अर्चना करने के पश्चात भकुंट भैरवनाथ की प्रार्थना की गई.
भकुंट भैरवनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए। बताते चलें कि इस यात्रा वर्ष में केदारनाथ धाम के कपाट 16 नवंबर भैया दूज के दिन बंद होंगे.
इस मौके पर देवस्थानम बोर्ड से आचार्य औंकार शुक्ला, प्रशासनिक अधिकारी/ मंदिर सुपरवाइजर युद्धवीर पुष्पवान, भैरवनाथ के पश्वा अरविंद शुक्ला, महावीर तिवारी, मृत्युंजय हीरेमठ, उम्मेद सिंह, सूरज सिंह, भोला सिंह कुंवर, जगदीश, देवी प्रसाद, सुभाष सेमवाल के साथ ही कई तीर्थ पुरोहित और यात्री मौजूद थे.