उत्‍तराखंड

देहरादून: एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिंग में बना घना कोहरा, चुनौतीपूर्ण स्थिति

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जोलीग्रान्ट एयरपोर्ट अत्याधुनिक सुविधाओं और उपकरणों से लैस है। जिसके रनवे की लंबाई 2140 मीटर है। एयरपोर्ट पर सभी तरह के विमानों की लैंडिंग के लिए अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं। लेकिन मौसम अधिक खराब होने पर उपकरणों और विभागों के प्रयासों के बावजूद कई बार विमान लैंड नहीं कर पाते हैं। जिससे उड़ान रद्द या देरी से लैंड हो पाती हैं। 

बता दे कि आजकल कोहरे के चलते बाहर से आने वाली अधिकतर उड़ानें देरी से पहुंच रही हैं। एयरपोर्ट और आसपास घना कोहरा होने पर उड़ानों को लैंड कराना भी चुनौतीपूर्ण हो रहा है।र्दियों के मौसम में कोहरे के कारण सभी तरह के विमानों को विजुअलिटी की समस्या से जूझना पड़ता है। इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) एक अत्याधुनिक लैंडिंग सिस्टम होता है, जो सभी विमानों को एयरपोर्ट की सटीक जानकारी भेजकर लैंडिंग को आसान बनाता है।

कम्युनिकेशन सिस्टम की ओर से विमानन कंपनी या एयरपोर्ट को पहले ही मौसम की सही जानकारी दी जाती है। जिससे दूसरे शहरों से आने वाली उड़ानें मौसम ठीक होने का इंतजार करती हैं और विजुअलिटी ठीक होने पर ही उड़ान भरती हैं।

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