हरिद्वार| कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है. जिला एवं सत्र न्यायालय हरिद्वार में ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट शिव सिंह की अदालत में आरएसएस कार्यकर्ता कमल भदौरिया ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का वाद दायर किया है, जिसे न्यायालय ने स्वीकार करते हुए वाद की सुनवाई के लिए अगली तारीख 12 अप्रैल को तय की है.
कमल भदौरिया ने अपने वाद में आरएसएस को हिंदुस्तान में ऐसा संगठन बताया, जो आपदा और कठिन परिस्थितियों में आम लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संकट से लड़ने का कार्य करता है.जिसकी वजह से देशवासियों की भावनाएं आरएसएस के साथ जुड़ी हुई है.
इसके बावजूद राहुल गांधी ने 9 जनवरी 2023 में कुरुक्षेत्र अंबाला में आरएसएस को 21वीं सदी का कौरव बताया था. साथ ही राहुल ने बयान दिया कि आज के कौरव खाकी हाफ पेंट पहनते हैं, हाथों में लाठियां लेते हैं और शाखा लगाते हैं. 2 से 3 सबसे अमीर अरबपति लोग कौरवों के साथ खड़े हैं.
राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि याचिका दायरकमल भदौरिया ने कहा राहुल गांधी ने देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले संघ को कौरव बताया है. साथ ही राहुल ने कहा कि संघ के लोग हर हर महादेव नहीं कहते, जय श्री राम नहीं कहते, जो राहुल गांधी की मानसिकता का परिचय देती है. इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा हिंदुस्तान तपस्वियों का देश है, न की पुजारियों का है. जबकि भारत 110 करोड़ सनातन का देश है. इसके बावजूद राहुल गांधी ने सनातनीयों को तपस्वी और पुजारी में बांटने का कार्य किया है.
कमल भदौरिया ने कहा राहुल गांधी ने देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले संघ को कौरव बताया है. साथ ही राहुल ने कहा कि संघ के लोग हर हर महादेव नहीं कहते, जय श्री राम नहीं कहते, जो राहुल गांधी की मानसिकता का परिचय देती है. इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा हिंदुस्तान तपस्वियों का देश है, न की पुजारियों का है. जबकि भारत 110 करोड़ सनातन का देश है. इसके बावजूद राहुल गांधी ने सनातनीयों को तपस्वी और पुजारी में बांटने का कार्य किया है.