धारचूला की दारमा और व्यास घाटियों के ऊंचे इलाकों में सीजन का पहला हिमपात हुआ है, जिससे ठंडक ने दस्तक दी है। बारिश और बर्फबारी के चलते तापमान में तीव्र गिरावट आई है, जिससे माइग्रेशन वाले गांवों में सर्दी ने असर दिखाना शुरू कर दिया है।
बुधवार से हो रही लगातार बारिश के बाद उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम में परिवर्तन आया। विशेषकर दारमा घाटी के अंतिम गांव सीपू (11820 फीट) में दोपहर के समय अचानक मौसम ने करवट ली और हल्की बारिश के साथ बर्फबारी शुरू हो गई, जिससे क्षेत्र में सर्दी की लहर फैल गई।
सीपू के निवासी अर्जुन सिंह सीपाल और नीरज सीपाल ने बताया कि अब तक इलाके में छह इंच तक बर्फ जम चुकी है, जबकि पहाड़ों पर यह एक फुट तक पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि बर्फबारी के कारण ठंड में काफी बढ़ोतरी हो गई है। वर्तमान में गांव में 20 से अधिक परिवार प्रवास पर हैं।
इसी तरह व्यास घाटी में 14,000 फीट से ऊंचे नाभीढांग के ओम पर्वत और ज्योलिकांग के आदि कैलाश पर्वत की चोटियों पर भी एक फुट तक बर्फ गिरने की सूचना है। आने वाले यात्रियों को आदि कैलाश और ओम पर्वत पर ताजे बर्फ से ढकी पर्वत श्रृंखलाओं का नजारा देखने को मिलेगा, जो अत्यंत आकर्षक होगा।