रविवार को उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने त्रिवेणी संगम में पानी की गुणवत्ता के सवाल को उठाने वाले विपक्ष पर पलटवार किया है. उनका कहना है ‘प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में अब तक करोड़ों भक्तों ने पवित्र स्नान किया है. मैने भी पवित्र डुबकी लगाई है. कुछ लोग आध्यात्मिकता और धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करना चाहते हैं. यहां पर ऐसी अफवाह फैला रहे हैं. कुछ नेता महाकुंभ की सफलता को पचा नहीं पा रहे हैं. पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में महाकुंभ के लिए अच्छे इंतजाम किए गए हैं.’
प्रयागराज दौरे पर रविवार को उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने यहां पर अच्छी व्यवस्था की तारीफ की. इसके लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को बधाई दी. उन्होंने कहा, “मैं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और सभी अधिकारियों को अच्छी व्यवस्था करने के लिए बधाई देता हूं.”
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों त्रिवेणी संगम के पानी में प्रदूषण को लेकर की जा रही सभी चिंताओं को खारिज कर दिया था. उन्होंने 19 फरवरी को यूपी विधानसभा में कहा कि संगम में पानी की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. संगम और उसके आसपास सभी पाइपों और नालियों को चोक कर दिया गया है. इस पानी को शुद्धिकरण के बाद ही छोड़ा जा रहा है. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) रोजना संगम में पानी की गुणवक्ता का आकलन कर रहा है.
इससे पहले एक रिपोर्ट में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) को बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) के संबंध में नदियों के पानी की गुणवत्ता को लेकर जानकारी दी थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 12-13 जनवरी, 2025 को की गई निगरानी के दौरान अधिकांश स्थानों पर नदी के पानी की गुणवत्ता स्नान मानदंडों के अनरूप नहीं पाई गई थी.