चमोली| जोशीमठ में हो रहे भूस्खलन और उससे प्रभावित लोगों के लिए धामी सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए एनटीपीसी की जल विद्युत परियोजना, हेलंग मारवाड़ी बाईपास समेत अन्य बड़े प्रोजेक्ट्स पर रोक लगा दी है. मुख्यमंत्री के इस फैसले को सही बताते हुए स्थानीय लोगों का कहना है कि जो फैसला अभी लिया गया है अगर वह पहले हो जाता तो जोशीमठ आज इस तरीके से भूस्खलन की जद में नहीं आता.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राहत और बचाव कार्य में कोई कमी ना हो. मुख्यमंत्री के इस आदेश का भी असर देखा जा रहा है. आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा जोशीमठ पहुंच चुके हैं.
गुरुवार देर रात उन्होंने कई इलाकों का भ्रमण किया. साथ ही प्रशासन की टीम दिनभर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रही है, जो लोग प्रभावित हैं, उन्हें आवश्यक चीजें पहुंचाई जा रही है. साथ ही खाने पीने की व्यवस्थाएं की जा रही है.
जोशीमठ में हो रहे भू-धंसान को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक्शन मोड में आ गए हैं. जहां एक और जोशीमठ में सभी बड़े प्रोजेक्ट्स पर रोक लगा दी गई है तो वहीं मुख्यमंत्री ने एक हाई लेवल मीटिंग भी बुलाई है. इसके साथ ही जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या को लेकर प्रशासन प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद पहुंचाने में जुटा है.
प्रभावित परिवारों को नगरपालिका, ब्लॉक, बीकेटीसी गेस्ट हाउस, जीआईसी, गुरुद्वारा, इंटर कॉलेज, आईटीआई तपोवन सहित अन्य सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. नगर क्षेत्र से 43 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से शिफ्ट किया गया है. जिसमें से 38 परिवार को प्रशासन ने शिफ्ट किया है, जबकि पांच परिवार स्वयं सुरक्षित स्थानों पर चले गये हैं.