ओडिशा में ट्रेन हादसे में 200 से अधिक यात्रियों की मौत पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक जताया है. दूसरी शुक्रवार को बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर में कम से कम 288 लोगों की मौत हो गई और लगभग 900 लोग घायल हो गए.
इस हादसे पर सीएम धामी ने कहा, “ओडिशा के बालासोर जिले में बहानागा रेलवे स्टेशन के पास एक्सप्रेस ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से कई लोगों के हताहत होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है. ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं.”
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम को सात बजे के आसपास हुआ. यह हादसा भारत का अब तक का चौथा सबसे भीषण हादसा है. रेल मंत्रालय ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं. भारतीय रेलवे ने एक बयान में बताया कि इस ट्रेन दुर्घटना की जांच दक्षिण-पूर्व सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त ए एम चौधरी करेंगे. रेलवे सुरक्षा आयुक्त नागर विमानन मंत्रालय के अधीन काम करता है.
रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे. अधिकारी ने कहा, ‘‘पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए.’’ उन्होंने बताया कि चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई.
भुवनेश्वर में अधिकारियों ने बताया कि 1,200 कर्मियों के अलावा 200 एंबुलेंस, 50 बस और 45 सचल स्वास्थ्य इकाइयां दुर्घटनास्थल पर काम कर रही हैं. शवों को ट्रैक्टर समेत विभिन्न प्रकार के वाहनों में अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. ओडिशा के मुख्य सचिव पी के जेना ने ट्वीट किया, ‘‘बालासोर ट्रेन हादसे में मृतक संख्या बढ़कर 233 हो गई है.’’