पिथौरागढ़| सीमांत जिले पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा पर दार्चुला (नेपाल) में शुक्रवार देर रात बादल फटने से धारचूला में भारी तबाही हुई है. रविवार सुबह सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर से धारचूला आपदा प्रभावित क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया.
बादल फटने से पिथौरागढ़ से नेपाल को जोड़ने वाली काली नदी में भारी मात्रा में मलबा आने से पिथौरागढ़ के धारचूला के खोतीला में भारी नुकसान हुआ है. पहाड़ी से बरसाती पानी के साथ आया मलबा कई घरों में घुस गया, बाजार की सड़क भी मलबे से पट गई.
सड़क में पार्क किए गए वाहन भी मलबे में दब गए. इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लोग लापता बताया जा रहे हैं. 36 घंटे बाद भी राहत और बचाव कार्य जारी है.
रविवार को सीएम धामी ने धारचूला आपदा प्रभावित इलाके का हवाई निरीक्षण किया. इस दौरान धारचूला विधायक हरीश धामी, डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल, अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सांसद अजय टम्टा और पिथौरागढ़ डीएम आशीष चौहान मौजूद रहे. उन्होंने सीएम धामी को क्षेत्र में नुकसान का ब्योरा दिया.
गौरतलब है कि बादल फटने के कारण मल्ली बाजार, ग्वाल गांव और खोतीला में सड़कों पर मलबा जमा हो गया है. वहीं, बादल फटने से नेपाल में कई मकानों के ध्वस्त होने और कई लोगों के लापता होने की सूचना है.
घटना के बाद एसडीआरएफ ने राहत और बचाव अभियान चलाते हुए 65 साल की बुजुर्ग पशुपति देवी का शव बरामद कर स्थानीय पुलिस को सौंपा. जबकि लापता अन्य लोगों की तलाश की जा रही है.
जानकारी मिली है कि खोतिला व्यासनगर के पास काली नदी में लगभग दो किमी लंबी झील बनने से व्यासनगर के 50 से अधिक मकान जलमग्न हो गए हैं. वहीं, पुल पार नेपाल के लासकु में भी भारी बारिश से तबाही हुई है.
आपदा प्रबंधन, राजस्व दल, एसडीआरएफ और पुलिस टीम राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं. प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है.