रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में कानून व्यवस्था, अतिक्रमण, आपदा आदि से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर शासन के उच्चाधिकारियों के साथ गहनता से समीक्षा करते हुए जिलाधिकारियों द्वारा की जा रही कार्रवाई तथा प्रयासों की जानकारी प्राप्त की.
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कानून एवं व्यवस्था से सम्बन्धित घटना चाहे राजस्व क्षेत्र की हो या पुलिस क्षेत्र की, जिसे भी कोई सूचना प्राप्त होती है तो उसे गम्भीरता से लेकर उसके समाधान की त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित कराएं.
प्रदेश में वन या अन्य क्षेत्रों में होटल, रिसोर्ट या धार्मिक कार्यों के लिये हो रहे अतिक्रमण का चिन्हीकरण कर उस पर सख्ती के साथ त्वरित कार्रवाई की जाए एवं प्रदेश के मदरसों के सत्यापन के साथ ही डेमोग्राफिक चेंज के प्रकरणों में भी सख्ती से कार्रवाई की जाए.
जनपद स्तर पर सम्बन्धित सभी बिन्दुओं का कैलेंडर तैयार कर उनकी पाक्षिक या मासिक समीक्षा कर रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराई जाए. हाल ही में घटित कुछ घटनाओं से प्रदेश की छवि धूमिल हुई है, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इस दिशा में अधिकारी सर्तकता एवं जिम्मेदारी के साथ कार्य करें. उन्होंने कहा कि देवभूमि हमारा प्रदेश है, यहां अमन, चैन व शांति हम सबकी जिम्मेदारी है. अपराधी कोई भी हो उसे बख्शा न जाए.
ईमानदारी से कार्य करने वालों को परेशान न किया जाए. जनसंख्या घनत्व के कारण किसी परेशानी का सामना न करना पड़े, यह भी सुनिश्चित किया जाए. मुख्यमंत्री धामी ने सड़कों की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर 15 अक्टूबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के भी निर्देश दिये. उन्होंने अवैध शराब, अवैध खनन पर प्रभावी नियंत्रण के निर्देश दिए.
मुख्य सचिव डॉ. एस.एस सन्धु ने सभी जिलाधिकारियों को मुख्यमंत्री द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि अधिकारी सही-गलत की पहचान कर दोषियों को सजा देने की कार्यवाही करें.
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगोली, सचिन कुर्वे, चंद्रेश यादव, अपर सचिव अतर सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी तथा वर्चुअल रूप से सभी मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी उपस्थित रहे.