उत्‍तराखंड

नैनीताल: जल संस्थान पंप हाउस में रखे सिलेंडर से क्लोरीन गैस लीक, मचा हड़कंप-कई अस्पताल में भर्ती

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नैनीताल| सूखाताल जल संस्थान पंप हाउस में रखे सिलेंडर से क्लोरीन गैस लीक होने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि क्लोरीन गैस के संपर्क में आने से कई लोगों की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें बीडी पांडे अस्पताल नैनीताल में भर्ती कराया गया है.

क्लोरीन गैस लीक होने की सूचना के बाद देर शाम तक जिला प्रशाासन, पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, दमकल व स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची. जानकारी के अनुसार सूखाताल क्षेत्र में जल संस्थान के पंप हाउस में दिन से ही गैस लीकेज होने की बात लोग कह रहे थे. शाम को गैस ज्यादा लीक होने पर क्षेत्र में गैस की दुर्गंध फैलने लगी. इसके बाद इलाके में हड़कंप सा मच गया.

मामले की जानकारी मिलते ही एसडीएम प्रमोद कुमार के नेतृत्व में प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. इस दौरान क्षेत्र में गैस के संर्पक में आए लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. सूचना के मुताबिक कुल 6 लोगों को एंबूलेंस से बीडी पांडे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है.

अभियंता रमेश गर्ब्याल ने तत्काल अग्निशमन व पुलिस विभाग को सूचित किया. पुलिस व अग्निशमन के कर्मचारियों ने आसपास के इलाकों को खाली कराया और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा. वहीं, अग्निशमन अधिकारी किशोर उपाध्याय ने बताया कि क्लोरीन गैस को बेकिंग सोडा के साथ रासायनिक क्रिया कर निस्तारित किया जाता है. क्षेत्र में गहरा गड्डा कर करीब एक कुंतल के गैस सिलिंडर को डिस्पोज किया गया.

वहीं, जल संस्थान अधिशासी अभियंता रमेश गर्ब्याल ने बताया कि सिलेंडर के लीक होने से कोई खतरा नहीं है. समय रहते आस-पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया था. क्लोरीन गैस का सिलेंडर पानी को फिल्टर करने के लिए पंप हाउस में रखा गया था, जिसके लीक होने के कारण का पता नहीं लग पाया है.

वहीं, नैनीताल एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि शाम चार बजे क्षेत्र में गैस लीक होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद वो मौके पर पहुंचे और आसपास के 100 मीटर के दायरे को खाली करा लिया गया था. करीब 100 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है.

संयुक्त मजिस्ट्रेट वरूणा अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल क्षेत्र में स्थिति सामान्य है. जिस सिलेंडर से क्लोरीन गैस लीक हो रही है, उसको जमीन में गड्ढा कर बंद करने की तैयारी की जा रही है, क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति की तबीयत खराब होने पर उनको अस्पताल भेजा जा रहा है.

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