चारधाम यात्रा के प्रति न केवल बुजुर्गों और युवाओं बल्कि बच्चों में भी विशेष उत्साह देखा जा रहा है। इसके प्रमाण स्वरूप दर्शन करने वाले बच्चों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है।
अब तक 66,000 से अधिक बच्चों ने चारधाम यात्रा के अंतर्गत दर्शन किए हैं। इनमें सबसे अधिक 33,825 बच्चों ने बदरीनाथ धाम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। यह उत्साहजनक आंकड़े दर्शाते हैं कि धर्म और आध्यात्मिकता के प्रति नई पीढ़ी की भी गहरी रुचि बनी हुई है।
हर साल चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की संख्या नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। कभी यह यात्रा मुख्यतः बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए ही होती थी, लेकिन अब समय बदल चुका है। अब ना केवल बुजुर्ग, बल्कि युवा और बच्चे भी बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
इन धामों के प्रति सभी आयु वर्ग के लोगों में अद्वितीय उत्साह और श्रद्धा देखी जा रही है, जो इस पवित्र यात्रा को और भी विशिष्ट बना देती है।