उत्‍तराखंड

उत्तराखंड: दुष्कर्म के आरोपों से घिरे भाजपा विधायक महेश नेगी की पत्‍नी ने उठाई आरोपित महिला की सुरक्षा की मांग

दून एसएसपी का कार्यालय
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देहरादून| उत्तराखंड के द्वाराहाट विधानसभा से बीजेपी विधायक महेश नेगी के एक शादीशुदा महिला के साथ कथित सम्बन्ध होने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. मामले में जहां कांग्रेस बीजेपी को घेरने के लिए महिला को इंसाफ़ दिलाने की बात कह रही है तो वहीं विधायक की पत्नी ने पुलिस को एक और तहरीर दी है.

इसमें विधायक पत्नी ने अपने पति की बेटी की मां होने का दावा करने वाली महिला की जान को खतरा बताते हुए उसे सुरक्षा देने की मांग की है. विधायक की पत्नी इस मामले में अब तक देहरादून पुलिस को तीन तहरीर दे चुकी हैं.

दून के एसएसपी, डीआईजी अरुण मोहन जोशी को दी तहरीर में विधायक महेश नेगी की पत्नी रीता नेगी ने आरोप लगाया है कि उनके पति की बेटी की मां होने का दावा करने वाली महिला के कई राजनीतिक व्यक्तियों के साथ सम्बन्ध हैं. ये नेता बीजेपी विधायक उनके पति से राजनीतिक द्वेष रखते हैं. इसलिए ये उस महिला के साथ कुछ गलत कर सकते हैं ताकि आरोप महेश नेगी पर लग जाए. इसलिए आरोपी महिला को पुलिस सुरक्षा दी जाए.

बता दें कि विधायक की पत्नी ने रविवार को भी एक देहरादून पुलिस को एक तहरीर दी थी. इसमें उन्होंने आरोपी महिला से उसकी ही बेटी को खतरा बताया था. इससे पहले शुक्रवार, 14 अगस्त को विधायक पत्नी ने नेहरु कॉलोनी थाने में नामजद एफआईआर दर्ज करवाई थी. इसमें कहा गया था कि एक शादीशुदा महिला उनके विधायक पति को ब्लैकमेल कर रही है और यौन शोषण का आरोप न लगाने के एवज़ में पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांग रही है.

एफ़आईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने महिला को थाने में बुलाकर पूछताछ की थी. इसके बाद उस महिला ने शनिवार को विधायक के खिलाफ जांच करने और एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए देहरादून पुलिस को तहरीर दे दी. पांच पन्नों वाली इस तहरीर में महिला ने दावा किया कि विधायक महेश नेगी ने उसको मदद के नाम पर उसके साथ दुराचार किया.

इसके बाद में उसको डरा धमका कर नेपाल, मसूरी, यूपी, हल्द्वानी के अलग-अलग इलाकों में ले जाकर उससे शाररिक संबन्ध बनाए. तहरीर में यह दावा भी किया गया कि उसकी बच्ची के पिता विधायक महेश नेगी ही हैं इसलिए कोर्ट के माध्यम से बच्ची का डीएनए टेस्ट करवाया जाए.

देहरादून के एसएसपी, डीआईजी अरुण मोहन जोशी का कहना है कि इस मामले में उन्हें 4 एप्लीकेशन मिली हैं. इनमें से एप्लिकेशन पर मुक़दमा दर्ज हुआ था और अन्य की जांच चल रही है. जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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