मिशन 2024 को फतह करने के लिए बीजेपी उत्तराखंड में बड़ा दांव खेलने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक सांसदों का बीजेपी पत्ता काट सकती है. प्रत्याशियों की लिस्ट से बाहर होनेवालों में पहला नाम टिहरी सांसद महारानी राज्य लक्ष्मी शाह का बताया जा रहा है. उम्र के लिहाज से सांसद महारानी राज्य लक्ष्मी शाह को लोकसभा का टिकट मिलने की उम्मीद कम है. हरिद्वार से सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के भी टिकट पर संशय बना हुआ है. इन दिनों निशंक हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में काफी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं. लगातार जनता के बीच मौजूदगी दर्ज कराकर शक्ति का प्रदर्शन कर रहे हैं. नैनीताल सांसद अजय भट्ट की भी क्षेत्र में सक्रियता बढ़ गई है.
बीजेपी सांसदों की बढ़ी दिल की धड़कनें
अजय भट्ट केंद्र सरकार में पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं. पिछले दो-तीन महीनों से उनकी मौजूदगी संसदीय क्षेत्र में बरकरार है. पौड़ी गढ़वाल से सांसद तीरथ सिंह रावत का भी पत्ता कट सकता है. 5 साल के दौरान तीरथ सिंह रावत क्षेत्र में बहुत कम दिखाए दिए हैं. क्षेत्र से गायब रहना पौड़ी गढ़वाल सांसद को लोकसभा का टिकट मिलने में दुश्वारी हो सकती है. आरक्षित सीट अल्मोड़ा से सांसद अजय टम्टा का टिकट कटना तय माना जा रहा है. उनकी जगह बीजेपी किसी महिला को मैदान में उतार सकती है.
काटा जा सकता है लोकसभा का टिकट
दावेदारों की लिस्ट में उत्तराखंड की मंत्री रेखा आर्य का नाम सबसे आगे है. अजय टम्टा की जगह रेखा आर्य को बीजेपी अल्मोड़ा से लोकसभा का टिकट दे सकती है. प्रत्याशियों की लिस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का सबसे पहला नाम सामने आ रहा है. त्रिवेंद्र सिंह रावत टिहरी लोकसभा सीट से दावेदारी कर रहे हैं. टिहरी लोकसभा सीट से त्रिवेंद्र सिंह रावत का टिकट मिलना तय माना जा रहा है. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 2022 का विधानसभा चुनाव भी नहीं लड़ा था. उन्होंने चुनावी मैदान में उतरने से हाथ खड़े कर दिए थे.
उनकी इच्छा लोकसभा चुनाव लड़ने की थी. इसलिए उन्होंने अपनी दावेदारी टिहरी लोकसभा सीट पर जताई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि नैनीताल लोकसभा सीट पर पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी ताल ठोक सकते हैं. उनके साथ पूर्व सांसद बलराज पासी भी नैनीताल लोकसभा सीट से अपनी दावेदारी पूर्व में कर चुके हैं. इस बार भी उनकी दावेदारी रहने वाली है. हरिद्वार लोकसभा सीट पर पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद भी ताल ठोंक सकते हैं.
नए चेहरे पर पार्टी लगा सकती है दांव
पूर्व विधायक प्रणव चैंपियन भी हरिद्वार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाता चुके हैं. टिहरी लोकसभा सीट पर कई लोगों के नाम की चर्चा लगातार जोरों पर है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल भी टिहरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाता चुके हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे साकेत बहुगुणा की नजर भी टिहरी लोकसभा सीट पर है. फिलहाल चर्चाएं काफी हैं. लेकिन इस बात की संभावनाएं जताई जा रही है कि बीजेपी इस बार उत्तराखंड में कुछ नए चेहरों पर दांव लगा सकती है. इसलिए तमाम सांसद अपनी कुर्सी बचाने के लिए लगातार क्षेत्र की खाक छान रहे हैं.