देहरादून 27 नवंबर, 2020। उत्तराखंड में बहुत से पर्यटन स्थल हैं जो अपनी प्राकृतिक सुदंरता से सैलानियों को चकित कर देते हैं। उत्तराखंड पर्यटन का ऐसा ही एक नगीना है औली। परिलोक सा खूबसूरत औली शांत प्रकृति की गोद में स्थित है। यहां से हिमालय के शिखरों का भव्य नजारा भी दिखाई देता है और स्कीइंग के लिए अनुकूल ढलानें भी रोमांचित करती हैं। औली में पर्यटकों को जो मंत्रमुग्ध करने वाला अनुभव प्राप्त होता है वही इस बात का साक्ष्य है कि औली भारत के सर्वश्रेष्ठ चुनिंदा विंटर डेस्टिनेशंस में से एक है।
देश में सर्दियों के मौसम की आमद हो चुकी है, ऐसे में उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय के चमोली जिले में स्थित औली स्की रिजॉर्ट और हिल स्टेशन सर्दियों के पर्यटन हेतु पर्यटकों का स्वागत करने को बिल्कुल तैयार है।
पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा, ‘‘उत्तराखण्ड राज्य में औली विशेष रूप से सर्दियों में साहसिक खेल प्रमियों के लिए सबसे अच्छी जगह रही है। औली में प्रत्येक वर्ष शीतकालीन साहसिक खेलों का फेस्टिवल आयोजन किया जाता है पर्यटन विभाग इस वर्ष भी कोविड के कारण राज्य सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए शीतकालीन खेलों का आयोजन करने की योजना बना रहा हैं, ताकि पर्यटक सौन्दर्य व रोमांच से भरपूर खेलों आनंद ले सकें।’’
सर्दियों में पर्यटकों के स्वागत के लिए हुई तैयारियों के बारे में उत्तराखंड पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया, ’’उत्तराखंड को उड़ते कुहासे और आसमान छूते देवदारों का वरदान प्राप्त है जिन्होंने दुनिया भर के सैलानियों को आकर्षित किया है। राज्य में अब यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है और सर्दियों की छुट्टियां बिताने के लिए औली से बेहतर कोई जगह नहीं है। औली आपको सर्वश्रेष्ठ ऑफबीट जगहें प्रदान करती है, सोशल डिस्टेंसिंग कायम रखते हुए आप यहां घूम सकते हैं-इन जगहों का दूरस्थ इलाकों में होना इन्हें विशिष्ट बनाता है।’’
औली में पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण
स्कीइंग
राज्य सरकार द्वारा ऐडवेंचर गतिविधियां खोल दिए जाने के बाद उत्तराखंड की ऐडवेंचर एजेंसियों स्कीइंग स्ट्रेचिस हेतु बुकिंग लेना शुरु कर दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए ऐडवेंचर टूर एजेंसियों ने अपने कर्मचारियों के लिए समुचित प्रशिक्षण सुनिश्चित किया है ताकि गतिविधियों के संचालन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग रखी जाए। स्वास्थ्य संबंधी अन्य उपायों के भी इंतजाम किए गए हैं जैसे थर्मल स्क्रीनिंग, शारीरिक दूरी, चेहरे को मास्कध्शील्ड से ढकना।
औली में स्कीइंग के प्रभारी श्री कमल किशोर डिमरी ने कहा, ’’सरकार ने पर्यटकों को आने की अनुमति दे दी है इसलिए हमें निरंतर लोगों के फोन आ रहे हैं जो अपने मित्रों व परिजनों के संग यहां आने की योजना बना रहे हैं। हमें उम्मीद है कि सर्दियों के इस मौसम में बड़ी संख्या में सैलानी यहां घूमने आएंगे।’’
स्कीइंग करने के इच्छुक पर्यटकों के लिए दो विकल्प उपलब्ध हैं – प्रोफेशनल और बिगिनर। जिन लोगों ने पहले कभी स्कीइंग नहीं की उन्हें बिगिनर कोर्स की सलाह दी जाती है। इसके तहत स्थानीय स्की ऑपरेटर द्वारा बुनियादी प्रशिक्षण दिया जाएगा। कीमतें वाजिब रखी गई हैं ताकि पर्यटकों के बजट पर कोई बोझ न पड़े और वे स्की ऐडवेंचर का आनंद ले पाएं।
रोपवे
औली आने वाले पर्यटक एशिया की सबसे लंबी गोंडोला राइड का मजा लेते हुए जोशीमठ से औली पहुंच सकते हैं। यह ट्रिप आगंतुकों को ऊंचाई से हिमालयी पर्वत श्रृंखला का भव्य और सम्मोहक नजारा उपलब्ध कराती है। औली में दो केबल राइड उपलब्ध हैं- एक है जोशीमठ से औली जिसे जोशीमठ-औली गोंडोला कहते हैं और दूसरी है चेयर राइड जो जीएमएनवी से औली आती है। ये केबल राइड गढ़वाल के पर्वतों का 270 डिग्री व्यू दिखाती हैं, बर्फ से ढकी यह दृश्यावली सैलानियों को आश्चर्यचकित कर देती है।
रोपवे के ऑपरेशन मैनेजर दिनेश भट ने बताया, ’’कोविड की वजह से लंबे समय तक घरों से ही काम कर रहे लोगों को बाहर जाने की इच्छा हुई तो उन्होंने कुछ दिन पहाड़ों पर बिताने का फैसला किया। इस वजह से और राज्य सरकार द्वारा प्रतिबंध हटा लिए जाने के बाद, बहुत से पर्यटक उत्तराखंड घूमने आ रहे हैं। हमें अक्टूबर से ही पर्यटकों की ओर से काफी पूछताछ आ रही है। सर्दियों के मौसम में हम उम्मीद कर रहे हैं कि अच्छी तादाद में लोग यहां घूमने-फिरने आएंगे।’’
ट्रैकिंग
भारत में सर्दियों के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक औली को कुछ हद तक ऑफबीट यानी लीक से हटकर माना जाता है, और औली के जो लीक से हट कर रास्ते हैं उनका कोई सानी नहीं है। उत्तराखंड के जो आम रास्ते हैं वे भी बर्फ में ट्रैकिंग का अनूठा ऐडवेंचर पेश करते हैं। औली की ढलानें न तो बहुत आसान हैं और न ही बहुत कठिन, यानी यहां ऐडवेंचर और आराम का बढ़िया संतुलन है। बर्फीली चरागाहें व हिम से ढकी चोटिया औली में ट्रैकिंग के अनुभव में ऐडवेंचर एक अलग ही ऐहसास जोड़ देती हैं। गुरसन बुग्याल औली का सबसे मशहूर ट्रैक है।
एक स्थानीय होम स्टे चलाने वाले राजेन्द्र सिंह राणा ने कहा, ’’कोविड-19 हमारे लिए बहुत बुरा वक्त लेकर आया लेकिन जब सरकार ने प्रतिबंध हटा लिए तो हमें बुकिंग मिलने लगीं। अब सर्दियां आ चुकी हैं तो हम पर्यटकों के आने की आशा कर रहे हैं।’’