उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले पर पुलिस अगले 10 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल करने जा रही है. इसके साथ ही अंकिता हत्याकांड मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपियों का नार्को टेस्ट भी कराया जाएगा, जिसके लिए जल्द ही पुलिस कोर्ट में परमिशन के लिए एप्लीकेशन देगी.
सबसे बड़ी बात ये है कि जिस वीआईपी का नाम इस पूरे मामले में लगातार आ रहा है उसकी सच्चाई नार्को टेस्ट से ही सबके सामने आ सकेगी. पुलिस का कहना है कि वीआईपी को लेकर नार्को टेस्ट से ही पूरी सच्चाई सबके सामने आ जाएगी.
हालांकि अभी तक पुलिस इन्वेस्टिगेशन में ये बात सामने आई है कि जो गेस्ट वीआईपी सूट में रुकता है उसे वीआईपी कहते थे. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी. मुरूगेशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अंकिता हत्याकांड मामले में जांच को लेकर यह जानकारी दी.
अंकिता के पिता ने आरोपियों का नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी. पौड़ी गढ़वाल जिले के वनंतरा रिजॉर्ट में काम करने वाली रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता हो गई थी और आरोपियों की निशानदेही पर उसका शव नहर से मिला था. रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य और दो मैनजर ने उसकी हत्या क दी थी.
स्थानीय प्रशासन द्वारा तीनों को गिरफ्तार कर रिजॉर्ट पर बुलडोजर चला दिया गया था. अंकिता के पिता ने मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की थी. उन्होंने बुलडोजर चलाए जाने पर सवाल उठाए थे. उन्हें यह शक था कि कहीं सबूत को मिटाने के लिए तो बुलडोजर नहीं चलाए गए. सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर अंकिता के पिता ने दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की थी.