उत्तरकाशी| उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा है कि उत्तरकाशी टनल हादसे में अब एक साथ कई स्थानों से बचाव अभियान तेज कर दिया गया है. मजदूरों को बचाने के लिए रोबोट्स की तैनाती होगी ताकि वे सुरंग की छत और मलबे के बीच की जगह का निरीक्षण कर सकें.
इसके साथ ही एक और लाइफ सपोर्ट पाइप डाला जा रहा है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और बचाव कार्यों का निरीक्षण किया था. उन्होंने अफसरों के साथ बैठक करते हुए कई फैसले लिए हैं.
सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि ‘हम ऑगर मशीन की मदद से 900 मिमी व्यास का पाइप डाल रहे हैं. हम 22 मीटर तक पहुंच चुके हैं और तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि सुरंग की छत और मलबे के बीच की जगह का निरीक्षण करने के लिए रोबोट तैनात किए जाएंगे ताकि जीवन बचाने के लिए एक और पाइपलाइन डाली जा सके. इसके अतिरिक्त, यदि पर्याप्त जगह है, तो इसका उपयोग श्रमिकों को वहां से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हो सकेगा.
अधिकारी ने बताया कि अभी भोजन और अन्य आवश्यक सामान भेजने के लिए एक ही लाइफलाइन पाइप है. हम इसके ऊपर एक और पाइप डाल रहे हैं क्योंकि वहां मलबा कम था. वहां हम 42 मीटर तक चले गए हैं और कुछ मीटर ही बचे हैं. जब वह तैयार हो जाएगा तो हमारे पास लाइफ सपोर्ट के लिए एक और पाइप होगा…”
रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा मुख्य सुरंग के दोनों किनारों पर साइड सुरंगों का निर्माण किया जाना है, जो वर्तमान में इसके लिए माप ले रही है. सुरंग के बड़कोट की तरफ ऊपर से ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग के साथ काम शुरू किया जाना है.