अल्मोड़ा: विधायक पर आरोप मामले में बृहस्पतिवार को महिला के पति और उसकी मां से पूछताछ हो सकती है. बुधवार को दोनों शहर में थे, लेकिन महिला आयोग में व्यस्त होने के कारण वे जांच अधिकारी के पास नहीं आ सके. इसके अलावा महिला आयोग और बाल संरक्षण आयोग के निर्देश पर हो रही जांच में जल्द ही विधायक के भी बयान दर्ज किए जा सकते हैं.
गौरतलब है कि द्वारहाट विधायक महेश नेगी से अब इस मामले में दो बार पूछताछ हो चुकी है. पुलिस अधिकारी दो बार उनके बयान दर्ज कर चुके हैं. इस मामले में अब तक ब्लैकमेलिंग की आरोपी महिला के पति से पूछताछ नहीं हुई थी. उन्हें बार बार सफीना भेजकर बयान के लिए बुलाया जा रहा था, लेकिन इससे पहले उन्होंने खुद की जान को खतरा बताया था.
अभी तक महिला की मां भी बयान के लिए नहीं पहुंची थी. पुलिस की मानें तो दोनों बुधवार को शहर में ही थे, लेकिन महिला आयोग में व्यस्त होने के कारण दोनों जांच अधिकारी सीओ अनुज कुमार के पास नहीं पहुंच सके थे. अब उनसे बृहस्पतिवार को पूछताछ की जा सकती है.
उधर, इस मामले में बाल संरक्षण आयोग और महिला आयोग दोनों ने भी पुलिस को गंभीरता से जांच कराने के निर्देश दिए हैं. दोनों पत्रों को पूर्व में चली आ रही जांच में ही शामिल किया गया है. पुलिस के अनुसार इन मामलों में विधायक से भी पूछताछ की जाएगी. जल्द ही उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जा सकता है. डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने सभी शिकायतों और पत्रों में निष्पक्षता से जांच के निर्देश दिए हैं.
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) ने सिटी मजिस्ट्रेट को दिए गए राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में भाजपा विधायक महेश नेगी व बच्ची का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है. संगठन की प्रांतीय अध्यक्ष इंदु नौडियाल ने कहा कि विधायक पर महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. वह मासूम बच्ची और विधायक का डीएनए टेस्ट की मांग कर रही है. जिसे मानकर जांच कराई जाए ताकि वास्तविकता सामने आए. साथ ही पीड़ित महिला की रिपोर्ट दर्ज की जाए, पीड़िता व उसकी बच्ची को सुरक्षा दी जाए.