इस बार 10 मई से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा में एक नया रंग देखने को मिलेगा। धार्मिक यात्रियों के लिए जो पिछले सालों में लंबी लाइनों का सामना करते रहे हैं, इस बार सीवर लाइनों के बिछाने से मंदिर मार्ग पर अधिक सुगमता होगी। नदी किनारे बने आस्था पथ से मंदिर तक पहुंचने का यह नया तरीका और भी श्रेष्ठ बनाएगा।
इसे लेकर चल रहे पुनर्निर्माण कार्य मंदिर की सुविधा को भी बढ़ाएंगे, जैसे कि अस्पताल भवन, विश्राम गृह, और यात्रा कंट्रोल रूम। इस प्रक्रिया में, 700 से अधिक मजदूरों की दिनरात की मेहनत हो रही है, जो भगवान के मंदिर के लिए नए और सुगम साधनों की खोज में जुटे हैं। इस समय में अनुकूल यात्रा के लिए जोड़े जा रहे सुविधाएं संतुष्टि प्रदान करेंगी|
इस बार श्रद्धालु रोजाना रास्ते की बजाय हाट बाजार के पीछे बने सरस्वती आस्था पथ से होकर संगम पर पहुंचेंगे और वहां से मंदाकिनी नदी आस्था पथ से होकर मंदिर पहुंचेंगे। मंदिर के दायीं तरफ श्रद्धालुओं के लिए भव्य रेन शेल्टर भी बनाया गया है।