उत्तरकाशी| उत्तरकाशी एवलॉन्च में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. एडवांस बेस कैंप/ दुर्घटना स्थल पर अभी तक 19 शव बरामद किये गए हैं. गुरुवार देर शाम तक तीन और पर्वतारोहियों के शव बरामद हुए हैं. आज सुबह हर्षिल से 02 हेलीकाप्टर ने घटनास्थल की ओर उड़ान भरी. एडवांस बेस कैंप में तैनात रेस्क्यू टीम द्वारा लापता शेष 10 ट्रेनी की खोजबीन की जा रही है.
डीजीपी ने क्या कहा: उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि हिमस्खलन से हुई दरार से कुल 19 शव बरामद किए गए हैं. आज उन्नत हल्के हेलीकाप्टर से शवों को मतली हेलीपैड तक लाने का प्रयास किया जाएगा.
डीजीपी ने बताया कि कुल 30 बचाव दल तैनात हैं. डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि आईटीबीपी, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, वायुसेना, सेना, एसडीआरएफ आदि की विभिन्न टीमों के कुल 30 लोगों को तैनात किया गया है.
उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी डांडा-टू में एवलॉन्च हादसे के बाद क्रेवास में फंसे पर्वतारोहियों तक गुरुवार को भी रेस्क्यू टीम नहीं पहुंच पाई थी. हादसे के बाद गुरुवार तक 16 शव बरामद किए गए थे. बरामद शवों में दो ट्रेनर और 14 ट्रेनीज के शव थे. गुरुवार तक 13 पर्वतारोही लापता थे.
द्रौपदी डांडा में मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू कार्य रोकना पड़ा था. उत्तरकाशी के उच्च इलाकों में हल्की बर्फबारी शुरू हो गई थी. गुरुवार सुबह चले रेस्क्यू के दौरान हेलीकॉप्टर की मदद से खोज एवं बचाव टीम ने कुल नौ लोगों के शव एडवांस बेस कैंप में पहुंचाए थे.
गौर हो कि उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकला नेहरू पर्वतारोहण संस्थान का 44 पर्वतारोहियों का दल मंगलवार सुबह द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत चोटी के पास हिमस्खलन की चपेट में आ गया था. हादसे में उत्तरकाशी के लौंथरू गांव की एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल और भुक्की गांव की नौमी रावत की भी मौत हुई है. द्रौपदी का डांडा पर्वत चोटी उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लॉक में भुक्की गांव के ऊपर स्थित है.