उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में शुक्रवार आधी रात और शनिवार तड़के भारत – नेपाल सीमा के करीब बहने वाली लास्को नदी में बादल फटने की घटना में एक महिला की मौत हो गई और लगभग 30 घर नष्ट हो गए.
भारी बारिश के बाद इलाके में तबाही का मंजर है. कई घरों के अलावा सीमावर्ती इलाकों को आपस में जोड़ने वाले पुल भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. गाड़ियां और घर मलबे में दबे हुए हैं.
जिलाधिकारी (डीएम) आशीष चौहान ने बताया, ‘बादल फटने की घटना में लगभग 30 घर नष्ट हो गए हैं और एक महिला की मौत हो गई है.’ उन्होंने बतााय कि धारचूला में कल रात काली नदी में आई बाढ़ से धारचूला और उसके आसपास के इलाकों में काफी नुकसान हुआ है.
कई घर बह गए हैं और कुछ घर बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. आज सुबह नदी में तेज बहाव के कारण एक इमारत भी ढह गई और पानी में डूब गई. डीएम ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर राहत कार्य में लगी हुई हैं.
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में शुक्रवार आधी रात और शनिवार तड़के भारत – नेपाल सीमा के करीब बहने वाली लास्को नदी में बादल फटने की घटना में एक महिला की मौत हो गई और लगभग 30 घर नष्ट हो गए. भारी बारिश के बाद इलाके में तबाही का मंजर है. कई घरों के अलावा सीमावर्ती इलाकों को आपस में जोड़ने वाले पुल भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. गाड़ियां और घर मलबे में दबे हुए हैं.
जिलाधिकारी (डीएम) आशीष चौहान ने बताया, ‘बादल फटने की घटना में लगभग 30 घर नष्ट हो गए हैं और एक महिला की मौत हो गई है.’ उन्होंने बतााय कि धारचूला में कल रात काली नदी में आई बाढ़ से धारचूला और उसके आसपास के इलाकों में काफी नुकसान हुआ है. कई घर बह गए हैं और कुछ घर बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं.
आज सुबह नदी में तेज बहाव के कारण एक इमारत भी ढह गई और पानी में डूब गई। डीएम ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर राहत कार्य में लगी हुई हैं.
काली नदी में आई बाढ़ से भारत और नेपाल दोनों के गांवों में नुकसान हुआ है. धारचूला के खोतिला व्यासनगर के पास काफी लंबी झील बन गई है जिससे कई मकान जलमग्न भी हो गए हैं.
वहीं नेपाल में भी भारी तबाही हुई है और कई वाहन और घर मलबे में दब गए हैं. घटना के विवरण के बारे में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है. इससे पहले 20 अगस्त को देहरादून में बादल फटने की एक ऐसी ही घटना के बाद काफी नुकसा हुआ था. तब पानी का तेज बहाव विभिन्न सड़कों को नुकसान पहुंचाने के अलावा कई घरों को भी अपने चपेट में ले लिया था.