उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भूस्खलन होने से एक बड़ा हादसा होने से टल गया है। आपको बता दे कि एसडीआरएफ ने पिथौरागढ़ में भूस्खलन में फंसे आदि कैलाश यात्रा के 40 तीर्थयात्रियों को बचाया।
उन्हें सुरक्षित धारचूला ले जाया गया। इसी के साथ उत्तराखंड पुलिस ने इसका वीडियो पर जारी किया है। चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क धारचूला से 45 किमी आगे लखनपुर के पास चट्टान दरकने से बंद हो गई है।
हालांकि उन्हें सुरक्षित धारचूला ले जाया गया। उत्तराखंड पुलिस ने इसका वीडियो पर जारी किया है। चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क धारचूला से 45 किमी आगे लखनपुर के पास चट्टान दरकने से बंद हो गई है।
बताया जा रहा है कि पहाड़ी दरकने से पूरा पहाड़ ही सड़क पर आ गिरा। गनीमत रही कि सड़क निर्माण में लगे मजदूर और ग्रामीण घटना स्थल से काफी दूर होने से कोई जनहानि नहीं हुई। वहीं, पहाड़ी दकरने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बता दें कि यहां पर करीब 120 मीटर सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। सड़क को आवागमन के लिए सुचारू करने में दो-तीन दिन का समय लग सकता है। सड़क बंद होने से धारचूला और गुंजी में तीन सौ से अधिक यात्री फंस गए हैं। बार-बार सड़क बाधित होने से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।