शुक्रवार को मंडलायुक्त कुमाऊं दीपक रावत ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता शहर के तिको निया स्थित कार्यालय पहुंच गए. निरीक्षण के दौरान उन्हें 16 में से 10 अधिकारी-कर्मचारी नदारद मिले.
उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक मशीन भी नहीं मिली. इस तरह की स्थिति पर मंडलायुक्त ने गहरी नाराजगी जताई और मुख्य अभियंता अतुल गर्ब्याल को समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए. साथ ही उन्हें कुमाऊं मंडल विकास निगम के शाॅपिंग कांप्लेक्स में भी खामियां मिलीं.
मंडलायुक्त के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित अधिशासी अभियंता बीएम भट्ट को फोन कर तत्काल कार्यालय पहुंचने को निर्देशित किया गया. मंडलायुक्त ने बायोमेट्रिक मशीन की उपस्थिति का प्रिंट लाने के निर्देश दिए. इस पर अधिशासी अभियंता ने बताया कि बायोमेट्रिक मशीन काफी दिनों से खराब है. इस पर कमिश्नर ने इसे एक सप्ताह के भीतर सही करने के निर्देश दिए.
मौके पर ईई ने बताया कि डिवीजन में कुल 54 हजार घरेलू कनेक्शन और सात बिजली घर हैं. इसमें से 13 बीघा बनभुलपूरा बिजली घर से लगभग दो करोड़ की विद्युत चोरी होती है. आयुक्त ने विजिलेंस को नियमित चेकिंग कर विद्युत चोरी करने वालों लोगों पर एफआईआर दर्ज कर वसूली करने के निर्देश.
इसके साथ ही 148 विद्युत कनेक्शन के आवेदन लंबित मिले. कमल शर्मा की ओर से बताया गया कि 22 जून 2022 को घरेलू कनेक्शन के लिए आवेदन दिया था, लेकिन अभी तक कनेक्शन नहीं मिला. इस पर आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त की. साथ ही चीफ इंजीनियर अतुल सिंह गर्ब्याल को निर्देश दिए कि समय-समय पर भौतिक सत्यापन के साथ ही मानीटरिंग की जाए.
मंडलायुक्त ने कुमाऊं मंडल विकास निगम की पार्किंग का भी औचक निरीक्षण किया. कैंपस की सफाई व्यवस्था न होने पर आयुक्त ने गहरी नाराजगी व्यक्त की. साथ ही पार्किंग में लावारिस गाड़ियां खडी होने पर ठेकेदार को फटकार लगाई. उन्होंने ठेकेदार को निर्देश दिए कि पार्किंग में लावारिस वाहन खड़े पाए जाने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें.
कैंपस के निरीक्षण में महिला व पुरुष शौचालयों की स्थिति दयनीय मिली. कैंप स्वच्छक ने आयुक्त को बताया कि बीकानेर रेस्टोरेंट की ओर से केएमवीएन के फ्रंट बरामदे के साथ ही सीवर टैंक के ऊपर अतिक्रमण कर जनरेटर कक्ष बना दिया गया है. इससे शौचालय की निकासी बंद हो गई है. इस पर आयुक्त ने जीएम केएमवीएन से दूरभाष पर वार्ता कर अतिक्रमण हटाने के साथ ही जुर्माना लगाने के निर्देश दिए.
निरीक्षण दौरान नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सिटी मजिस्टेट ऋचा सिंह, अधीक्षण अभियंता जलसंस्थान विशाल सक्सेना, एसडीएम मनीष कुमार, अधिशासी अभियंता संजय श्रीवास्तव आदि शामिल रहे.