दीप्ति शर्मा के ऑलराउंड प्रदर्शन के दम पर भारत ने इकलौते महिला क्रिकेट टेस्ट मैच में इंग्लैंड पर बड़ी जीत दर्ज की. मेजबान भारतीय टीम की ओर से रखे गए विशाल लक्ष्य के सामने मेहमान टीम ने आसानी से सरेंडर कर दिया. दीप्ति शर्मा की फिरकी की जाल में इंग्लैंड के बैटर्स आसानी से फंसते गए.
मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए इस टेस्ट मैच को भारतीय टीम ने तीसरे दिन ही 347 रन से अपने नाम कर लिया. इससे पहले दोनों टीमें 3 मैचों की टी20 सीरीज में टकराई थीं जहां भारत को 1-2 से हार मिली थी. टीम इंडिया ने टेस्ट मैच को जीतकर उस हार का हिसाब भी बराबर कर लिया. महिला क्रिकेट में रनों के लिहाज से यह किसी भी टीम की सबसे बड़ी जीत है.
भारत ने पहली पारी में 428 रन बनाए थे. डेब्यूटेंट शुभा सतीश ने 69 रन की पारी खेली जबकि दीप्ति शर्मा ने 67 रनों का योगदान दिया. विकेटकीपर यास्तिका भाटिया 66 रन बनाकर पवेलियन लौटीं वहीं कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 49 रन का योगदान दिया था. जेमिमा रोड्रिग्स 99 गेंदों पर 68 रन बनाकर आउट हुई थीं. जवाब में इंग्लैंड ने पहली पारी में 136 रन बनाए. मेहमान टीम की ओर से नेट शीवर ने सबसे अधिक 59 रन बनाए. भारत की ओर से पहली पारी में दीप्ति शर्मा ने 5 विकेट लिए. टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 6 विकेट पर 186 रन पर घोषित की. भारत को पहली पारी में 292 रन की बढ़त हासिल थी.
हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली महिला टीम ने इस जीत के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया. महिला क्रिकेट में यह किसी भी टीम की रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत है. इससे पहले श्रीलंका ने साल 1998 में पाकिस्तान के खिलाफ 309 रन से जीत हासिल की थी जो महिला क्रिकेट में अब तक की सबसे बड़ी जीत थी. इस लिस्ट में न्यूजीलैंड अब दूसरे से तीसरे नंबर पर खिसक गया है.
इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 131 रन पर ढेर हो गई. पहली पारी में 5 विकेट हॉल अपने नाम करने वाली दीप्ति शर्मा ने दूसरी पारी में 4 विकेट चटकाए. पेसर पूजा वस्त्रकार के खाते में 3 विकेट गए. उन्होंने मैच में 9 विकेट अपने नाम किए. भारत की इस बड़ी जीत में दीप्ति का अहम रोल रहा जिन्होंने गेंद के साथ साथ बल्ले से भी योगदान दिया.