केपटाउन के न्यूलैंड्स में खेले गए मुकाबले में भारत की टीम ने पाकिस्तान पर सात विकेट से बड़ी जीत दर्ज की. जीत की हीरो जेमिमा रोड्रिगेज रही जिन्होंने आतिशी बैटिंग कर ना सिर्फ भारतीय महिला टीम को मुश्किल से निकाला बल्कि वूमेंस टी20 वर्ल्ड कप में जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत करने में मदद की. जेमिमा ने 38 गेंदों पर नाबाद 53 रन बनाए. अपनी पारी में उन्होंने आठ चौके लगाए. रीचा घोष ने जेमिमा का भरपूर साथ निभाया. वो अंत तक डटी रही. रीचा ने 20 गेंदों पर 31 रन बनाए. जेमिमा और रीचा के बीच 58 रन की साझेदारी बनी.
भारत की शुरुआत भी कुछ-कुछ पाकिस्तान जैसी ही रही. पावरप्ले में भारतीय महिला टीम ने एक विकेट के नुकसान पर 43 रन ही बनाए थे. यस्तिका भाटिया 20 गेंदों पर 17 रन बनाकर आउट हुई. शेफाली वर्मा भी 25 गेंदों पर 33 रन ही बना पाई. चोट से उबरकर खेलने आई कप्तान हरमनप्रीत कौर से बड़ी पारी की उम्मीद थी लेकिन वो भी दो चौकों की मदद से 12 गेंदों पर 16 रन ही बना पाई.
इससे पहले पाकिस्तान की टीम की कप्तान बिस्माह मारूफ ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया. पड़ोसी देश की शुरुआत खास अच्छी नहीं रही. पावरप्ले के छह ओवरों में पाक टीम ने एक विकेट के नुकसान पर महज 39 रन बनाए. अगले चार ओवरों में पाकिस्तान की स्थिति और खराब होती चली गई. टीम का स्कोर 10 ओवरों के बाद तीन विकेट के नुकसान पर 58 रन था. यहां से आगे कप्तान बिस्माह मारूफ ने एक छोर से रन बनाने की जिम्मेदारी उठाई. दूसरे छोर पर लगातार विकेट गिरते रहे लेकिन मारूफ ने डटकर अपनी पारी में सात चौके लगाए. उनके बैट से 55 गेंदों पर नाबाद 68 रन आए.
पांचवें विकेट के लिए मारुफ ने आइशा नसीम के साथ मिलकर मध्यक्रम में संभाला. नसमी ने दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 25 गेंदों पर 43 रन बनाए. इस दौरान उनका स्ट्राइकरेट 172 का रहा. दोनों ने मिलकर 77 रनों की अटूट साझेदारी बनाई. जिसकी मदद से पाकिस्तान निर्धारित 20 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 149 रनों पर पहुंच पाया.
टीम इंडिया को धीमी ओवर रेट का खामियाजा इस मुकाबले में भुगतना पड़ा. भारतीय टीम तय 85 मिनट के समय में केवल 19 ओवर ही डाल पाई थी. जिसके चलते आखिरी ओवर में पांच की जगह केवल चार खिलाड़ी ही 30 यार्ड के सर्कल से बाहर थे. दीप्ति शर्मा के इस ओवर में कुल 13 रन आए. पाक बैटर्स ने इस ओवरों में एक छक्का और एक चौका लगाया.