बर्मिंघम|….. 22वें राष्ट्रमंडल खेलों के छठे दिन भी भारतीय भारोत्तोलकों का धमाकेदार प्रदर्शन जारी रहा. पुरुषों के 109 किग्रा से अधिक वजन वाले वर्ग की स्पर्धा का कांस्य पदक जीता और भारत के मौजूदा खेलों में पदकों की संख्या को दूसरे अंक तक पहुंचा दिया. बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के छठे दिन भारत के लिए आखिरी पदक गुरदीप सिंह ने जीता. उन्होंने कुल 390 किग्रा वजन उठाकर कांस्य पदक पर कब्जा किया.
गुरदीप सिंह ने स्पर्धा में स्नेच राउंड की शुरुआत 167 किग्रा वजन उठाने में नाकाम रहते हुए की. लेकिन स्नेच के दूसरे प्रयास में वो 167 किग्रा वजन उठान में सफल रहे. अंत में 173 किग्रा वजन उठाने का उनका तीसरा प्रयास भी नाकाम रहा. इस राउंड के बाद गुरदीप ओवरऑल लिस्ट में साझा रूप से चौथे पायदान पर रहे.
क्लीन एंड जर्क राउंड की शुरआत गुरप्रीत ने 207 किग्रा वजन उठाकर की. दूसरे प्रयास में वो 215 किग्रा उठाने में असफल रहे लेकिन तीसरे प्रयास में वो 223 किग्रा वजन उठाकर कुल 390 किग्रा वजन उठाकर कांस्य पदक अपने नाम करने में सफल रहे.
गुरदीप की इस कांस्य पदक जीत के साथ ही भारतीय भारोत्तोलन टीम 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में दो अंक के आंकड़े तक पहुंचने में सफल रही. अबतक भारोत्तोलन में भारत तीन गोल्ड, तीन सिल्वर और 4 कांस्य पदक अपने नाम कर चुका है. बुधवार को भारत ने भारोत्तोलन में दो पदक अपने नाम किए. लवप्रीत सिंह ने पुरुषों के 109 किग्रा वर्ग का कांस्य और गुरदीप सिंह ने 109 किग्रा से ज्यादा के भार वर्ग का कांस्य पदक अपने नाम किया.
पाकिस्तानी खिलाड़ी मोहम्मद नूह दस्तीगार ने इस स्पर्धा का गोल्ड मेडल अपने नाम किया. दस्तीगार ने कुल तीन राष्टमंडल खेल गेम्स रिकॉर्ड तोड़ते हुए अपने नाम स्वर्ण पदक किया. स्नेच में 173 किलो उठाकर दस्तीदार ने उठाकर नए गेम्स रिकॉर्ड के साथ शुरुआत की.
इसके बाद क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 232 किलो वजन उठाकर एक और नया गेम्स रिकॉर्ड बना दिया. कुल वजन के मामले में भी पाकिस्तानी खिलाड़ी ने नया गेम्स रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पर कब्जा किया. वहीं दूसरे पायदान पर डेविड एंड्रर्यू लिटी 394 किलो ग्राम भार उठाकर दूसरे पायदान पर रहे.