भारत की डिस्कस थ्रोअर महिला एथलीट कमलप्रीत कौर को डोपिंग के कारण 3 साल के लिए बैन लगा दिया गया है. अंतरराष्ट्रीय संस्था वर्ल्ड एथलेटिक्स से जुड़ी एथलेटिक्स इंटिग्रिटी यूनिट (AIU) ने घोषणा की है कि प्रतिबंधित पदार्थ का इस्तेमाल करने के कारण ये फ़ैसला लिया गया है.
एथलेटिक्स इंटिग्रिटी यूनिट ने इस संबंध में ट्वीट किया है कि 7 मार्च 2022 के बाद उन्होंने जिस भी प्रतियोगिता में भाग लिया है उसके परिणाम वैध नहीं माने जाएंगे. कमलप्रीत कौर के ख़िलाफ़ प्रतिबंध 29 मार्च 2022 से शुरू माना जाएगा. टोक्यो ओलंपिक में कमलप्रीत छठे स्थान पर रही थीं.
इससे पहले, शीर्ष भारतीय डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर को ‘एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (AIU)’ ने प्रतिबंधित स्टेरॉयाड जांच में पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था. अब कमलप्रीत डोपिंग की दोषी पाई गई हैं, जिसके बाद उन पर 3 साल का बैन लगाया गया है.
‘एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट’ विश्व एथलेटिक्स द्वारा स्थापित एक स्वतंत्र निकाय है. उसने पंजाब की 26 साल की इस खिलाड़ी को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने के लिए कहा था. राष्ट्रीय रिकार्डधारी कमलप्रीत टोक्यो ओलंपिक में छठे स्थान पर रही थीं. कमलप्रीत कौर ने पिछले साल पटियाला में 66.59 मीटर चक्का फेंककर नेशनल रिकॉर्ड कायम किया था. इससे पहले साल 2018 में उनका पर्सनल बेस्ट 61.04 मीटर था.
पटियाला में राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ पहले स्थान पर रहीं कमलप्रीत ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था. उन्होंने टोक्यो में क्वालीफाइंग राउंड में 64.00 मीटर चक्का फेंका था. फाइनल में वह 63.70 मीटर के साथ छठे स्थान पर रही थीं. इस साल कौर ने मार्च में तिरुवनंतपुरम में इंडियन ग्रां प्री मीट में 61.39 मीटर चक्का फेंककर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था.