रायपुर| रविवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के लिए भाजपा की तरफ से रविवार को विष्णु देव साय के नाम पर मुहर लगने के बाद उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की और राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में 2 उपमुख्यमंत्री भी बनाए जा रहे हैं. इसके लिए अरुण साव और विजय शर्मा का नाम पेश किया गया है.
भाजपा नेताओं ने बताया कि रविवार को यहां पार्टी पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में पार्टी के नव निर्वाचित विधायकों के दल ने साय को अपना नेता चुना. उन्होंने बताया कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने साय के नाम का प्रस्ताव किया तथा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने उनका समर्थन किया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री साय सरगुजा संभाग की कुनकुरी सीट से विधायक के रूप में निर्वाचित हुए हैं, जहां भाजपा ने संभाग के सभी 14 सीट जीती हैं. मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद साय ने संवाददाताओं से कहा, ”एक मुख्यमंत्री के रूप में, मैं सरकार के माध्यम से मोदी की गारंटी (भाजपा के चुनाव पूर्व वादे) को पूरा करने का प्रयास करूंगा.”
उन्होंने कहा कि राज्य में (प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत) 18 लाख घरों को मंजूरी उनकी सरकार का पहला काम होगा. चुनाव में जाने के दौरान भाजपा ने किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदने और महिलाओं को प्रति वर्ष 12 हजार रुपए देने समेत कई वादे किए हैं.
भाजपा नेताओं ने बताया कि यहां भाजपा के नव निर्वाचित विधायकों की दोपहर बाद बैठक आयोजित की गई जिसमें पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल तथा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम उपस्थित थे.
पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से साय को भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया. वह राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे. मुख्यमंत्री पद के लिए साय के नाम की घोषणा होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने साय का स्वागत किया.
हाल में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 में से 54 सीट जीती हैं. पिछले चुनाव 2018 में 68 सीट जीतने वाली कांग्रेस इस बार 35 सीट पर सिमट गई है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) राज्य में एक सीट जीतने में कामयाब रही.