राजस्थान में चुनाव जीतने के बाद बीजेपी मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं कर पाई है. इसी बीच खबर आई है कि राजस्थान की पू्र्व मुख्यमंत्री और पार्टी की कद्दावर नेता वसुंधरा राजे सिंधिया ने बीजेपी से अनोखी मांग की है. सूत्रों के मुताबिक, वसुंधरा राजे ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से एक साल के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री का पद मांगा है. उन्होंने कहा कि पार्टी उन्हें एक साल के लिए राज्य का मुख्यमंत्री बनाए. इसके बाद वो खुद इस पद को छोड़ देंगी.
इसी के साथ सूत्रों ने ये भी बताया है कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें स्पीकर बनाने की पेशकश की है. हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, वसुंधरा राजे ने स्पीकर बनाने के पार्टी के प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. बताया जा रहा कै कि राज्य की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाने का निवेदन किया है. इसके साथ ही उन्होंने उन्हें विधायकों से अलग से मुलाकात न करने की भी सलाह दी है. खबर है कि वसुंधरा राजे ने रविवार रात (10 दिसंबर) बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से फोन पर बात की थी. तभी नड्डा ने उन्हें स्पीकर बनाने की पेशकश भी की, लेकिन वसुंधरा ने इससे इनकार कर दिया.
बता दें कि पिछले महीने हुए पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने तीन राज्यों में प्रचंत बहुमत के साथ जीत हासिल की, जिनमें से राजस्थान भी एक है. राज्य में बीजेपी ने 199 में से 115 सीटों पर जीत हासिल की है, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं कर पाई है. दरअसल, इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं किया था, लेकिन चुनाव में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी को इस बात का डर सताने लगा कि मुख्यमंत्री पद के ऐलान के बाद पार्टी के अंदर अंदरूनी कलह बढ़ सकती है.
इसका खामियाजा बीजेपी को आगामी लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है. इसी को देखते हुए बीजेपी ने तीनों राज्यों में पर्यवेक्षक भेजे. जिन्हें सीएम का नाम फाइनल करने की जिम्मेदारी दी गई. राजस्थान में भी तीन वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया है. बीजेपी ने राजस्थान के लिए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सांसद सरोज पांडे और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को पर्यवेक्षक बनाया है.
बता दें कि राजस्थान में मंगलवार को विधायक दल की बैठक होगी. जिसमें तीनों केंद्रीय पर्यवेक्षक भी मौजूद रहेंगे. ये बैठक मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे जयपुर में होगी. जिसमें राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जा सकती है. बता दें कि पार्टी नेतृत्व ने पर्यवेक्षकों से मुख्यमंत्री पद पर विधायकों से बात कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है, इसी रिपोर्ट पर फैसला लेकर बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व राज्य के मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेगा.