मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को चुनाव प्रचार के सिलसिले में सीतापुर के नैमिषराण्य पहुंचे, और अपने भाषण की शुरुआत उन्होंने रामचरितमानस की पंक्तियों के साथ की है। उन्होंने कहा कि तीर्थवर नैमिष विख्याता मैं नैमिष की इस पवित्र धरा को प्रणाम करता हूं।
जनसभा में उन्होंने कांग्रेस और सपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज मुझे एक बार फिर भारत के वैदिक ज्ञान की परंपरा को प्रदान करने वाली पावन धरा.. मां ललिता की इस दैवीय शक्ति वाली धरा में आने का सौभाग्य मिला। यह नैमिष का ही महत्व है कि आज दुनिया जनपद सीतापुर और उत्तर प्रदेश की ओर देख रही है। जब भी कोई राम के अस्तित्व को नकारने का काम करता है तो नैमिषारण्य की धरती प्रमाण के साथ खड़ी होती है।
साथ ही कहा कि भगवान राम के अस्तित्व, कृष्ण के अस्तित्व को चुनौती देना एक फैशन सा बन गया है। इसके बारे में यही कहूंगा विनाशकाले विपरीत बुद्धि। जब किसी की बुद्धि भ्रष्ट होती है तो वह आपके सनातन धर्म को अपशब्द कहता है। यहां प्रभु श्रीराम की सत्ता को चुनौती देने वाले कहां ठहर पाएंगे। बीते 10 साल में भाजपा की डबल इंजन सरकार ने विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। जैसे एक नई अयोध्या तैयार हो गई है, ऐसे ही एक नया नैमिषारण्य बनकर तैयार हो रहा है।